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UP Chunav 2022: प्रसपा की होर्डिंग्स में अखिलेश की एंट्री, एक साथ दिखे चाचा-भतीजे, छापेमारी के विरोध में शिवपाल

हाइलाइट्सकानपुर में लगी चाचा-भतीजे की एकसाथ वाली होर्डिंग लगींपहले भी शिवपाल कह चुके हैं कि अखिलेश उनके नेता हैंशिवपाल ने यूपी में चल रही छापेमारी का विरोध कियासुमित शर्मा, कानपुर
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Chunav 2022) की तारीखों का ऐलान होने वाला है। विधानसभा चुनाव से पहले परिवारिक मतभेदों को भूलकर चाचा-भतीजे एक हो गए हैं। प्रसपा की होर्डिंग्स और पोस्टर में अखिलेश यादव की एंट्री हो गई है। प्रसपा ने कानपुर शहर में हजारों होर्डिंग-पोस्टर लगवाएं हैं। होर्डिंग्स में चाचा-भतीजे एक साथ नजर आ रहे हैं। वहीं, यूपी में चल रही छापेमारी का प्रसपा ने भी विरोध किया है।

प्रसपा मुखिया शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) ने पत्र जारी किया है। जिसमें कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि प्रदेश की जनता की खुशहाली और तरक्की के लिए समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में बने गठबंधन में सहयोगी दल के रूप में शामिल होने का निर्णय लिया है। प्रसपा के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पूरी ताकत और क्षमता के साथ गठबंधन के सभी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चि करने का कार्य करें।

दोनों दलों के कार्यकर्ता करेंगे संवाद
समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यकर्ता आपस में संवाद करेंगे। 02 जनवरी 2022 को प्रदेश के सभी जिलों में समाजवादी पार्टी के कार्यालय गठबंधन में शामिल सभी दलों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक होगी। दोनों ही दलों के पदाधिकारी आपस में चर्चा कर चुनावी रणनीति तैयार करेंगे।

प्रसपा के महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे के मुताबिक, हमारा समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है। कानपुर में शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की शहर भर में हजारों होर्डिंग्स लगवाई गई हैं। शहर के यूनीपोल और सड़क के किनारे बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगी हैं। जिसमें शिवपाल सिंह और अखिलेश यादव की एक साथ तस्वीरें लगी हैं। सबसे ऊपर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की फोटो लगी है।

दोनों दलों के बीच है बेहतर तालमेल
आशीष चौबे ने बताया कि प्रसपा-सपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर तालमेल है। दोनों ही दलों के पदाधिकारी मिलकर चुनावी रणनीति बनाएंगे। इस तानाशाही सरकार के खिलाफ हम लोग एकजुट होकर रणनीति बनाएंगे। 2022 में समाजवादी पार्टी के सरकार बनने जा रही है। प्रसपा का एक-एक कार्यकर्ता जी जान से चुनाव में जुटने के लिए तैयार है।