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Amrit Mahotsav:आजादी के रंगोत्सव में प्रदेश के 75 जिले की माटी दिला रही देश पर मर मिटने वालों की याद

अनुराग पाण्डेय, गोरखपुर
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में चल रहे पांच दिवसीय प्रोग्राम आजादी के रंगोत्सव में 75 जिले के शहीद स्थलों से माटी मंगाई गई है, जो देशहित में मर मिटने वाले बलिदानियों की याद ताजा कर रही है। योगी सरकार का यह अनूठा आयोजन हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। आयोजन स्थल पर प्रदेश के सभी 75 जिलों से क्रांतिकारियों, देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान करने वाले जांबांजों की जन्मभूमि से माटी मंगाई गई है। यहां कलश में रखी शहीदी स्थलों की माटी के प्रति लोगों की श्रद्धा देखते बन रही है।

आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी वर्ष के तहत पांच दिवसीय आजादी का रंगोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन 4 जनवरी मंगलवार को दोपहर दो बजे सांसद रवि किशन शुक्ल ने योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में किया। भारतेंदु नाट्य अकादमी एवं जिला प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में देशभर के बड़े रंगकर्मी अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं।

लोगों को भाया महाभारत का मंचन
भारतेंदु नाट्य अकादमी के अध्यक्ष रविशंकर खरे ने बताया कि पांच जनवरी को महाभारत के मंचन की हर किसी ने सराहना की। इसके अतिरिक्त नुक्कड़ नाटक, लोकगीत, लोकनृत्य की प्रस्तुतियां कलाकार दे रहे हैं। इस कार्यक्रम में 1857 से वर्तमान तक के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व अमर शहीदों का भाव पूर्ण स्मरण किया जा रहा है। प्रदेश के सभी जिलों के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्थलों व अमर शहीदों के गांवों की पावन मिट्टी मंगाकर जनसाधारण के दर्शनार्थ कलश में रखी गई है। आखिरी दिन सभी कलश की मिट्टी मिलाकर रुद्राक्ष का पौधा प्रेक्षागृह परिसर में रोपा जाएगा।

गुरुवार को हुआ नुक्कड़ नाटक का मंचन
गुरुवार को दोपहर एक बजे से आकांक्षा थिएटर की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। दोपहर दो बजे से बाल किशन एवं समूह द्वारा लोकनृत्य, राकेश उपाध्याय एवं समूह द्वारा लोकगीतों की प्रस्तुति, शाम साढ़े चार बजे से निर्देशक अभिषेक पंडित के नेतृत्व में नाटक बोंधू अहीर का मंचन, शाम साढ़े छह बजे से मनोज जोशी द्वारा निर्देशित नाटक चाणक्य का मंचन किया गया।

शुक्रवार को आयोजित होंगे यह कार्यक्रम
शुक्रवार दोपहर एक बजे से रविंद्र रंगधर एवं टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन, दोपहर दो बजे से शिप्रा दयाल एवं समूह द्वारा लोक नृत्य की प्रस्तुति, दोपहर तीन बजे से स्वतंत्र सिंह एवं समूह द्वारा लोकगीतों की प्रस्तुति, शाम साढ़े चार बजे से संजय उपाध्याय द्वारा निर्देशित नाटक कंपनी उस्ताद का मंचन, कुंवर श्यामेंद्र सिंह द्वारा निर्देशित नाटक बापू अभी जिंदा है का मंचन किया जाएगा, जबकि आठ जनवरी को शाम साढ़े छह बजे से पद्मश्री मालिनी अवस्थी की सोनचिरैया ग्रुप द्वारा मुक्ति गाथा की प्रस्तुति दी जाएगी।