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Vivek Shakya Vs Shivpal Yadav: अखिलेश ही नहीं चाचा शिवपाल की सीट पर सामने बीजेपी ने पेश की चुनौती, जानिए कौन हैं विवेक शाक्य?

अभय सिंह राठौर, लखनऊ: उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव को जीतने के लिये भारतीय जनता पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के अभेद किले को भेदने के लिये बीजेपी ने एक खास रणनीति तैयार की है। बीजेपी ने इस बार इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से युवा नेता विवेक शाक्य को उम्मीदवार बनाया है।

कौन हैं विवेक शाक्य
भारतीय जनता पार्टी ने इस बार जसवंतनगर विधानसभा सीट से जिस उम्मीदवार पर दांव लगाया है वो इटावा जनपद के वरिष्ठ समाजसेवी मनोज शाक्य के बेटे विवेक शक्य है विवेक शाक्य लम्बे समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े है, उनकी पहचान एक युवा नेता के रूप में है। 10 अगस्त 1989 में जन्मे विवेक शाक्य ग्राम नगला भिखन पोस्ट- मलाजनी इटावा जिले के रहने वाले है। पेशे से कृषि व व्यापार का व्यवसाय करने वाले विवेक शक्य ने स्नातक तक की पढ़ाई की है।

वहीं, राजनैतिक पृष्ठिभूमि की बात करें तो, युवा नेता विवेक शाक्य 2012 से लगातार भारतीय जनता पार्टी व सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं वर्तमान में विवेक विधानसभा संयोजक सामाजिक संपर्क टोली के प्रमुख भी हैं। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा किये जा रहे रचनात्मक कार्यों का प्रचार-प्रसार और इटावा जसवंतनगर में जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास उनके संकल्प में है।

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सपा का गढ़ है जसवंतनगर सीट
बता दें, यूपी के इटावा जिले में पड़ने वाली जसवंतनगर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है जानकारी के मुताबिक, शिवपाल यादव 1996 में पहली बार सपा के टिकट पर विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे। तब से लेकर अबतक सभी विधानसभा चुनाव में ये सीट सपा के खाते में जाती रही है 2017 में बीजेपी लहर होने के बावजूद यहां से सपा के टिकट पर शिवपाल यादव ने पांचवीं बार जीत दर्ज की थी।

वहीं, इस बार शिवपाल यादव सपा-प्रसपा गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव में उतरेंगे। लेकिन चुनाव निशान साइकिल ही रहेगा। शिवपाल यादव से पहले इसी सीट पर मौजूदा समय में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव चुनाव जीतते थे उसने छोड़ने के बाद ये सीट शिवपाल के खाते में आई थी। ऐसे में समाजवादी पार्टी के इस किले को भेदना बीजेपी के लिये बिल्कुल भी आसान नहीं माना जा रहा है।

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शिवपाल यादव बनाम विवेक शाक्य