31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा या व्यय और राजस्व के बीच का अंतर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.8 प्रतिशत अनुमानित था।
सरकार ने वित्त वर्ष 2012 के लिए राजकोषीय घाटा 6.9% पर रखानई दिल्ली, 1 फरवरी (पीटीआई) भारत का राजकोषीय घाटा चालू वित्त वर्ष में अप्रत्याशित रूप से सकल घरेलू उत्पाद का 6.9 प्रतिशत हो जाएगा और इसे 6.4 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है। अगले वित्तीय वर्ष।
31 मार्च, 2022 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा या व्यय और राजस्व के बीच का अंतर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.8 प्रतिशत अनुमानित था।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में बजट 2022-23 का अनावरण करते हुए कहा कि चालू वर्ष के दौरान कुल खर्च 39.45 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि कुल संसाधन जुटाने का अनुमान 22.84 लाख करोड़ रुपये होगा।
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