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आगरा में पुलिस पिटाई से मौत का आरोप: बेटियां चीखती रहीं, चेहरा तक नहीं दिखाया, जबरन शव ले गई पुलिस, इंसाफ की मांग

आगरा में मंडी सईद खां (नाला बुढ़ान सैय्यद) निवासी ऑटो चालक भगवान दास राठौर (36) की मौत के बाद पुलिस कठघरे में है। पिटाई के बाद परिजनों ने एक और आरोप लगाया गया है। बेटी मुस्कान और पत्नी अनीता का कहना है कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर आने पर चेहरा तक नहीं देखने दिया। वह चीखती रह गईं, लेकिन किसी ने सुना नहीं। महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस जबरन शव को उठाकर ले गई। रिश्तेदार तक नहीं आ सके। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ऑटो चालक की मौत के बाद से मोहल्ले के लोगों में गम और गुस्सा है। भगवान दास राठौर की मंगलवार को संदिग्ध हालात में मौत हुई थी। मामले में पत्नी अनीता ने पुलिस पर पति को थाने ले जाकर पिटाई का आरोप लगाया था। इमरजेंसी पर हंगामा हुआ था। शव ले जाने के लिए खींचतान हुई थी। परिजन राजामंडी चौराहे तक आ गए थे। पुलिस लाठियां फटकारकर शाम तकरीबन छह बजे शव को पोस्टमार्टम गृह लेकर गई थी।

बेटी मुस्कान ने बताया कि रात तकरीबन 11 बजे पिता के शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया। इसके बाद बुधवार सुबह छह बजे परिजन शव घर लेकर पहुंचे। तब तक परिवार के दूरदराज में रहने वाले रिश्तेदार भी नहीं आए थे। घर के आसपास पहले से पुलिस फोर्स तैनात थी। पुलिस ने पांच मिनट बाद ही शव श्मशान घाट ले जाने की तैयारी करा दी। तब तक वो पिता का चेहरा तक नहीं देख पाई थीं। पुलिस को रोकने का प्रयास किया, लेकिन महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें कुछ नहीं करने दिया। वह बहनों और मां के साथ चीखतीं रहीं, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। पुलिस ने पहले पिता को पीटकर मार दिया, अब सम्मान के साथ अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। श्मशान घाट पर कुछ रिश्तेदार और भाई को ले जाकर खुद ही अंतिम संस्कार करा दिया। वह मुख्यमंत्री से इंसाफ की गुहार लगाएंगी।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मामले में जांच की गई। घटना का सीसीटीवी फुटेज है। पिटाई के आरोप गलत हैं। अगर, परिजन शव ले जाने में पुलिस पर जल्दबाजी करने का आरोप लगा रहे हैं तो जांच कराई जाएगी। अभी किसी तरह की शिकायत नहीं आई है।

पुलिस के रवैये के प्रति परिवार ही नहीं, मोहल्ले के लोगों में भी आक्रोश है। यही वजह थी कि मोहल्ले के बाहर फोर्स तैनात रही। पुलिस परिजनों के सड़क से हटने के बाद ही गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अस्पष्ट, विसरा सुरक्षित

सीओ हरीपर्वत एएसपी सत्य नारायन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिल गई है। इसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। शरीर पर किसी तरह की चोट भी नहीं लगी है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। इसे जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट जल्द मंगाई जाएगी।

परिजनों ने पुलिस पर भगवान दास की पिटाई का आरोप लगाया था। उनके हाथों पर खरोंच और सीने पर डंडा मारने के निशान भी दिखाए थे। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। जानकारों का कहना है कि विसरा की जांच रिपोर्ट जल्द आना आसान नहीं है। ऐसे में तब तक भगवान दास की मौत का कारण सवाल ही बना रहेगा।

सवाल : पुलिस ने क्यों दिखाई अंतिम संस्कार में जल्दबाजी?

परिजनों का आरोप है कि अगर, पुलिस ने पिटाई नहीं की थी तो पोस्टमार्टम रात में ही क्यों कराया। इसके बाद शव लेकर आने पर भी पुलिस घर पहुंच गई। जबरन शव क्यों उठा ले गई? अंतिम संस्कार कराने में भी पुलिस ने इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई।

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