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स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार: स्वच्छता के मानक पर चमके तो स्कूलों पर चमचमाएंगे ‘सितारे’, मार्च तक करें आवेदन

अब परिषदीय विद्यालयों में भी स्वच्छता के मानकों को परखा जाएगा। शिक्षा विभाग ने न केवल कार्ययोजना तैयार कर ली है बल्कि इसे अमलीजामा पहनाने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। विद्यालयों में पेयजल, स्वच्छता, शौचालय की सुविधाओं को परखा जाएगा।

व्यवहार परिवर्तन, क्षमता निर्माण व कोविड-19 से बचाव के उपायों के आधार पर स्कूलों को नंबर दिए जाएंगे। इस आधार पर स्कूलों को स्टार रेटिंग मिलेगी। हर श्रेणी में न्यूनतम थ्री स्टार रेटिंग हासिल करने वाले स्कूल पुरस्कार के लिए दावेदारी पेश कर सकेंगे।

विद्यालयों में पुरस्कार पाने की होड़
कार्ययोजना के बाद विद्यालयों में पुरस्कार पाने की होड़ सी लग गई है। हर जगह तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। राज्य परियोजना की ओर से इस अभियान को शुरू किया गया है। स्वच्छ विद्यालय मानदंडों के मूल्यांकन के बाद स्टार रेटिंग प्रक्रिया का निर्धारण किया जाएगा। प्राप्तांक के आधार पर विद्यालय को स्टार रेटिंग दी जाएगी।
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विद्यालय को प्रत्येक श्रेणी में न्यूनतम तीन स्टार प्राप्त करना अनिवार्य है। मार्च तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पुरस्कार के लिए दावेदारी प्रेरणा एप के माध्यम से मार्च 2022 तक की जाएगी। जिला स्तर पर पुरस्कार के लिए स्कूल का चयन एक अप्रैल से 15 मई के बीच किया जाएगा।
22 मई से 30 जून के बीच राज्य स्तर के पुरस्कारों के लिए स्कूल का चयन किया जाएगा। चिह्नित विद्यालयों के सत्यापन के बाद राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयन किया जाएगा।

कम से कम तीन स्टार रेटिंग अंक जरूरी
बीएसए (वाराणसी) राकेश सिंह ने कहा कि  खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से विद्यालयों को आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है। प्रत्येक विद्यालय को प्राप्त करना जरूरी होगा। विद्यालय की स्थिति जानने के लिए जनपद और विकास खंड स्तर पर टास्क फोर्स समिति गठित होती।

100-90 अंक पर फाइव स्टार
89-75 अंक पर फोर स्टार
74-51 अंक पर तीन स्टार
50-35 अंक पर दो स्टार
35 प्रतिशत से कम रहने पर एक स्टार रेटिंग प्रदान की जाएगी.