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Banda News: जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव में क्षत्रियों का वर्चस्व, टूटी परंपरा

बांदा: चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा में जिला अधिवक्ता संघ के चुनाव में इस बार अध्यक्ष और महामंत्री पद पर क्षत्रियों का वर्चस्व रहा। अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रजमोहन सिंह और महामंत्री पद पर राकेश कुमार सिंह को निर्वाचित घोषित किया गया है। अध्यक्ष पद पर बृजमोहन सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राजेश कुमार दुबे को 86 मतों से पराजित किया।

पूर्व सांसद के पुत्र दूसरी बार पराजित
मंगलवार शाम 4 बजे तक मतदान के बाद एल्डर्स कमेटी के अध्यक्ष मिर्जा यावर हुसैन सहित अन्य सदस्यों की निगरानी में संघ के सभागार में देर रात तक मतगणना चलती रही। इसके बाद रात में ही नतीजे घोषित किए गए। वर्ष 2022- 23 के लिए हुए इस चुनाव में वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रजमोहन सिंह और पूर्व सांसद स्व. रामनाथ दुबे के पुत्र राजेश कुमार दुबे के बीच कांटे का मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में अंततः जीत बृजमोहन सिंह की हुई। उन्होंने राजेश कुमार दुबे को 86 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। राजेश कुमार दुबे पिछले चुनाव में भी पराजित हुए थे।

दो महिलाओ की हुई जीत
इसी तरह महासचिव पद पर राकेश कुमार सिंह ने 494 मत हासिल करके अपने निकटतम प्रतिद्वंदी प्रदीप निगम लाला को 69 मतों से हरा दिया। इस पद के लिए भी कांटे का मुकाबला हुआ। महासचिव के पद पर आधा दर्जन प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इसमें मुकाबला प्रदीप निगम लाला और राकेश कुमार सिंह के बीच हुआ। अन्य पदों में महत्वपूर्ण कोषाध्यक्ष पर गंगा प्रसाद चतुर्वेदी निर्वाचित घोषित हुए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी संतोष कुमार को 268 वोटों के अंतर से पराजित किया। इसी क्रम में वरिष्ठ वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर रमेश कुमार लखेरा 486 वोट लेकर निर्वाचित हुए। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर प्रिगंदा सिंह 523 मत हासिल कर विजयी हुईं। इनके अलावा संयुक्त सचिव प्रशासन पद पर महिला अधिवक्ता हेमलता और दिनेश कुमार गुप्ता ने जीत दर्ज की। कई पदों पर पहले ही कुछ निर्विरोध पदाधिकारी निर्वाचित चुने जा चुके हैं। नतीजे घोषित होने के बाद जीते हुए प्रत्याशियों ने संकट मोचन मंदिर में जाकर माथा टेका और समर्थकों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।

परंपरा टूटी
जिला अधिवक्ता संघ में ब्राह्मण और क्षत्रियों के बीच अक्सर मुकाबला होता है, अगर अध्यक्ष क्षत्रिय निर्वाचित हुआ तो महासचिव पद पर ब्राह्मण निर्वाचित होता है। इसी तरह अगर ब्राह्मण अध्यक्ष हुआ तो अध्यक्ष महामंत्री क्षत्रिय होता है। पिछले चुनाव से यह परंपरा टूट गई है। पिछले वर्ष अध्यक्ष एजाज अहमद निर्वाचित हुए थे। इस बार दोनों प्रतिष्ठा पूर्व पदों पर क्षत्रियों का दबदबा रहा है।