जनवरी (दिसंबर की बिक्री) में सकल जीएसटी संग्रह 1.41 लाख करोड़ रुपये रहा, जो जुलाई 2017 में शुरू किए गए व्यापक अप्रत्यक्ष कर के इतिहास में सबसे अधिक संग्रह है।
माल और सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली के तहत अंतर-राज्यीय व्यापार के लिए ई-वे बिल का उत्पादन 20 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 24.27 लाख था, जो 23 जनवरी को समाप्त सप्ताह की तुलना में 3.2% अधिक है, जो वाणिज्य में सुधार को दर्शाता है।
फरवरी के पहले 20 दिनों में दैनिक ई-वे बिल औसतन 23.83 लाख था, जिसकी संख्या 4.77 करोड़ थी। दैनिक ई-वे बिल का जनरेशन जनवरी में 4% घटकर 22.2 लाख रह गया, जबकि दिसंबर में यह 23.1 लाख था।
ई-वे बिल जनरेशन जीएसटी राजस्व का एक प्रॉक्सी है। जनवरी (दिसंबर की बिक्री) में सकल जीएसटी संग्रह 1.41 लाख करोड़ रुपये रहा, जो जुलाई 2017 में शुरू किए गए व्यापक अप्रत्यक्ष कर के इतिहास में सबसे अधिक संग्रह है।
भले ही दिसंबर के मुकाबले जनवरी में ई-वे बिल जनरेशन में 4% की गिरावट आई है, फिर भी फरवरी (जनवरी की बिक्री) के लिए जीएसटी संग्रह लगभग 1.3 लाख करोड़ रुपये हो सकता है।
अक्टूबर में 7.35 करोड़ का बिल सबसे अधिक मासिक डेटा था, जिसकी बदौलत दुकानदारों और व्यापारियों द्वारा त्योहारी सीजन से पहले माल भेजने में तेजी आई।
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