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पहले दिन पानी भरते ही ढह गई नई टंकी

गुंडरदेही से दो किलोमीटर दूर खर्रा गांव में पहले ही दिन पानी भरने के दौरान टंकी भरभराकर गिर गई। इसके कारण वहां खेल रहे तीन बच्चे मलबे में दब गए। इनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक बच्ची गंभीर रूप से घायल है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना रविवार सुबह 6.30 बजे की है।
– जानकारी के मुताबिक, 6 फीट ऊंची इस पानी टंकी में रविवार को पहली बार पानी भरा जा रहा था। टंकी ठीक से भर भी नहीं पाई थी कि वह धराशयी हो गई। इसके मलबे में दबने से दुर्गा (10) पिता गोविंद निषाद और प्रमोद उर्फ टुकटुक (12) पिता राजेश यादव की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मिशु पिता खिलावन निषाद गंभीर रूप से घायल है। उसे गुंडरदेही के पीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों ही बच्चे गर्मी की छुट्टियों में अपने नाना के घर खर्रा आए हुए थे।
– स्थानीय लोगों के मुताबिक सरपंच ममता तिवारी और पंच परमानंद देशमुख ने खुद ही पंचायत में एक प्रस्ताव पास कर टंकी का काम मंजूर कर लिया था। दोनों ने ठेकेदार से मिलकर बिना किसी इंजीनियर की सलाह लिए 25 हजार रुपए में इसका निर्माण कराया। जनपद पंचायत को भी इसकी जानकारी दी गई। टंकी बिना फाउंडेशन की बनाई गई थी और इसमें सीपेज भी था। पानी टंकी से कुछ ही दूरी पर रहने वाली प्रत्यक्षदर्शी राधा बाई ने बताया कि हादसे के वक्त वह घर पर काम कर रही थी। तभी अचानक टंकी गिरने की आवाज आई। टुकटुक (प्रमोद) की मां टंकी के मलबे को हटा रही थी। राधाबाई ने यह देख चिल्लाकर मोहल्ले के लोगों को बुलाया और बच्चों को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी थी।
सरपंच बोलीं- पानी भरने के लिए हमने नहीं कहा
– पानी टंकी बनवाने वाली खर्रा की सरपंच ममता तिवारी का कहना है कि इसका निर्माण ग्राम पंचायत के प्रस्ताव से 14वें वित्त की राशि से हुआ था। इसमें पानी भरने के लिए हमने नहीं कहा था। दो दिन पहले ही तहसीलदार ने टंकी में सीपेज देखकर मरम्मत करवाने का आदेश दिया था।
भीड़ से जान बचाकर थाने भागे सरपंच-पंच
– हादसे से नाराज ग्रामीण सरपंच और पंच को मारने के लिए उनके घरों तक जा पहुंचे। डरे-सहमे सरपंच और समर्थक सात पंचों को गुंडरदेही थाने में शरण लेनी पड़ी। ग्रामीण इन पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए थाने पहुंचे। लोगों ने तीन घंटे तक थाने का घेराव किया। डीएसपी अनुराग झा और एसडीएम पीएल यादव से दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण शांत हुए। घटना की जांच चल रही है।