एक आधिकारिक बयान में सोमवार को कहा गया कि देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ पहले स्थान पर है।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में इस मार्च में 0.6 फीसदी बेरोजगारी दर दर्ज की गई है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है।
सीएमआईई के आंकड़ों का हवाला देते हुए बयान में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ देश में सबसे कम बेरोजगारी दर के साथ पहले स्थान पर है, जबकि देश की बेरोजगारी दर उसी महीने (मार्च) में 7.6 प्रतिशत थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है, “राज्य सरकार ने विशेष रूप से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कई कदम उठाए और नई नीतियां बनाईं, जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी दर में लगातार गिरावट आई है।”
आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 26.7 फीसदी है, इसके बाद राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में 25-25 फीसदी और झारखंड में 14.5 फीसदी है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन साल पहले महात्मा गांधी के ‘ग्राम स्वराज’ के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य के समावेशी विकास की परिकल्पना के अनुरूप विकास का एक नया मॉडल अपनाया और सुरजी गांव योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाएं शुरू कीं। बयान में कहा गया है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना आदि।
इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं जो राज्य के समग्र विकास को गति दे रहे हैं। इसमें कहा गया है कि कोविड -19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान भी, राज्य की अर्थव्यवस्था देशव्यापी आर्थिक मंदी से अछूती रही।
राज्य सरकार ने अगले पांच वर्षों में लगभग 15 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से ‘छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन’ की स्थापना की है।
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