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बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से झारखंड में एक और एम्स की मांग की

Ranchi : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया(Mansukh Mandaviya)ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक की. बैठक में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता(Banna Gupta)  भी शामिल हुए. बैठक में राज्य में तीन महत्वपूर्ण अभियान को गति गति देने के विषय पर चर्चा की गई. जिसमें निक्ष्य मित्र, राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान और हर घर दस्तक अभियान का लक्ष्य तय किया गया. पढ़ें – 100 से ज्यादा शख्सियतों ने यूपी में बुलडोजर राज की निंदा की,  इस्लाम संकट में है… के झांसे नहीं आयें मुसलमान

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निक्ष्य मित्र

इस अभियान के तहत टीवी उन्मूलन के लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक मुहिम चलाई जा रही है. जिसके तहत राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम में विभिन्न आयामों को समय-समय पर जोड़ा जा रहा है. जिससे लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके. इसी के तहत राज्य सरकार द्वारा निक्ष्य पोषण योजना के तहत मरीजों को दी जाने वाली 500 की राशि को बढ़ाने को लेकर सक्षम निजी संस्थानों, कॉरपोरेट्स, को-ऑपरेटिव सोसाइटी, जनप्रतिनिधि, किसी व्यक्ति, संस्थान, गैर सरकारी संगठन, राजनीतिक दलों एवं सभी राजनीतिक दलों के सहयोगी से टीवी मरीजों के इलाज के दौरान मरीजों को गोद लेने के लिए प्रेरित करने का है. गौरतलब है कि राज्य में टीवी के मरीजों की संख्या 30,078 है. इनमें से अब तक 21,915 मरीजों से सहायता के लिए सहमति प्राप्त कर ली गई है. इस सहयोग के लिए कुछ संस्थाओं से भी बात की गयी है.

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राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान

राज्य में मोतियाबिंद ऑपरेशन के इंतजार में 6 लाख 58 हजार मरीज है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा में इनके ऑपरेशन की तैयारियों पर बातचीत की गई. इस महीने से सरकार के द्वारा राष्ट्र नेत्र ज्योति अभियान प्रारंभ की गई है. 2019-20 में 2,17,000 लोगों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन का लक्ष्य रखा गया था. इनमें 1,60,619 लोगों का ही ऑपरेशन हो सका. जबकि 2020-21 का लक्ष्य भी इतना ही था. इनमें 1,33,912 लोगों का ऑपरेशन हुआ. जबकि 2021-22 में 2,15,203 लोगों का ऑपरेशन किया गया. झारखंड को 2024-25 तक मोतियाबिंद से मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

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“हर घर दस्तक अभियान”

इस अभियान को महा टीका अभियान फेज-2 का नाम दिया गया है. अभियान की सफलता को लेकर योजना पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा की गई. गौरतलब है कि यह योजना 1 जून से इसकी शुरुआत की गई है. सभी योग्य आयु के लाभार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण की पूरी डोज लेनी है. जिनमें फ्रंटलाइन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर और 60 साल से अधिक आयु के लाभार्थियों को ऐतिहाति खुराक देने का लक्ष्य रखा गया है. सहिया एवं सेविका लाभार्थियों की सूची तैयार करते हुए एएनएम और मेडिकल ऑफिसर को देना है. 01 जून से 10 जून के बीच 30,273 को पहला डोज, 98,134 को सेकेंड डोज और 16,563 को प्रिकॉशन डोज देने का लक्ष्य रखा गया है.

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अभियान से मिलेगी जरूरतमंद को राहत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुए बैठक के बाद राज्य स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े तीन मुख्य बिंदुओं को लेकर चर्चा की गई है. इनमें टीबी उन्मूलन, मोतियाबिंद और कोविड टीकाकारण अभियान प्रमुख है. उन्होंने कहा कि मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन और राज्य में कॉर्निया बैंक की स्थापना की जाये, ताकि किसी की आंखों की रोशनी लायी जा सके. साथ ही रांची या जमशेदपुर में एम्स देने की मांग स्वास्थ्य मंत्री बन्ना ने केंद्रीय मंत्री से की है.

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