लखनऊ/नई दिल्ली: सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर में शत्रु सम्पत्तियों से जुड़े घोटाले में गुरुवार को दो एफआईआर दर्ज की हैं। आरोप है कि अभिरक्षण अधिकारियों ने 100 एकड़ से अधिक व्यावसायिक भूमि को तालाब बताकर मामूली दर पर पट्टा बांट दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने इस सिलसिले में लखनऊ और बाराबंकी, दिल्ली तथा कोलकाता में 15 स्थानों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी ने शत्रु सम्पत्तियों से संबंधित दिल्ली स्थित तत्कालीन पदेन संरक्षक समंदर सिंह राणा, सहायक अभिरक्षक उत्पल चक्रवर्ती और लखनऊ स्थित एक सुपरवाइजर रमेश चंद्र तिवारी के खिलाफ 120-बी (आपराधिक साजिश रचने), 420 (धोखाधड़ी) और 471 (जालसाजी) तथा रिश्वत से संबंधित भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
इसके अलावा, सीबीआई ने एक प्राथमिकी में छह, जबकि दूसरी प्राथमिकी में नौ लाभान्वितों को नामजद किया है। भारत विभाजन और 1962 के युद्ध के बाद जो लोग यहां की अपनी सम्पत्ति छोड़कर पाकिस्तान चले गए या जिन्होंने चीन की नागरिकता प्राप्त कर ली थी, उन सम्पत्तियों को शत्रु सम्पत्ति कहते हैं।
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