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सहारनपुर पुलिस का कारनामा, थाने के मालखाने से आठ लाख 10 हजार रुपये गायब, रह गए सिर्फ 90 हजार

सहारनपुर/मेरठ: सहारनपुर के एक थाने के मालखाने से आठ लाख दस हजार रुपये गायब हो गए। पुलिस ने 13 साल पहले 2009 में मेरठ निवासी जुआ खेलने के आरोपी से ये पैसे बरामद किए थे। आरोपी की पत्नी ने अदालत में रुपये हासिल करने के लिए दिए प्रार्थना पत्र दिया था जिसके बाद यह खुलासा हुआ है। अब अदालत के आदेश पर एसएसपी सहारनपुर ने जांच शुरू कराई है। बरामदगी के वक्त पुलिस ने दावा किया था कि जुआ खेलते हुए मकान मालिक मुकेश कुमार समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

यह मामला सहारनपुर के सदर बाजार थाने का है। दरअसल, मेरठ के ब्रह्मपुरी कॉलोनी की निवासी पूनम ने इस साल 30 अप्रैल को मुख्य दंडाधिकारी (सीजेएम) सहारनपुर अनिल कुमार की कोर्ट में प्रार्थना पत्र लगाया। पूनम का कहना था कि 2009 में वह सहारनपुर के थाना सदर बाजार की वैशाली विहार कालोनी में रहती थी। 20 अगस्त की रात को पुलिस ने हमारे मकान में छापा मारा था। आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके पति मुकेश कुमार को जुए खेलने के झूठे मुकदमे में फंसाया और घर में व्यापार के सिलसिले में रखे नौ लाख पांच सौ रुपये पुलिस जबरन निकालकर ले गए। उसके पति मुकेश कुमार को जुआ खेलने और खिलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। अब मुझे वो पैसा दिलाया जाए।

पूनम की शिकायत पर अदालत ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी। तब पुलिस को पता चला कि थाने के मालखाने में इतना रुपया नहीं जमा हैं। मालखाने में सिर्फ 90 हजार 500 रुपये जमा है। इसके बाद अदालत ने एसएसपी सहारनपुर को जांच कराने के आदेश दिए है कि रकम कैसे गायब हुई? जांच कर अदालत को बताए। जिस पुलिसकर्मी ने रकम गायब की, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। एसएसपी ने इस मामले की जांच एएसपी प्रीति यादव को सौंपी हैं।

थाना सदर के मौजूदा इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने कोर्ट में अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा है कि जुआरियों से पुलिस ने नौ लाख दस लाख रुपये बरामद किए थे। लिखा पढ़ी भी इतनी रकम की हुई थी, लेकिन मालखाने में 90 हजार 500 रुपये जमा गए थे। मालखाने के रजिस्ट्रार में ओवर राइटिंग की गई है। एसएसपी विपिन ताडा के मुताबिक अदालत के आदेश पर जांच कराई जा रही है।