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भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में श्रम विभाग और पुलि

Ranchi : भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में एसीबी ( एंटी करप्शन ब्यूरो) पुलिस विभाग और श्रम विभाग के दो कर्मियों के ऊपर चार्जशीट दायर किया है. एसीबी ने पुलिस विभाग के कर्मी अनोद कुमार के खिलाफ चार्जशीट नंबर 03/22 और श्रम विभाग के कर्मी सोनू मरांडी के खिलाफ चार्जशीट नंबर 03/22 दायर किया है. पढ़ें – मोहम्मद जुबैर का SC से अनुरोध, प्राथमिकियां रद्द वाली याचिका पर जल्द हो सुनवाई

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केस डायरी पक्ष में लिखने के नाम पर की थी डिमांड

संथाल परगना एसीबी की टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बीते एक मई 2022 को गोड्डा नगर थाना के एएसआई अनोद कुमार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. एएसआई ने केस डायरी पक्ष में लिखने के नाम पर दस हजार रुपये की मांग की थी. इस संबंध में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रमला गांव निवासी सुरेंद्र कुमार ने दुमका स्थित एसीबी कार्यालय में लिखित शिकायत दी थी. सुरेंद्र कुमार ने लिखित शिकायत कर एसीबी अधिकारियों को बताया था, कि गोड्डा नगर थाना क्षेत्र के गोपालडीह में एक जमीन के मामले में पड़ोसी के साथ विवाद चल रहा है. विवाद की वजह से मारपीट भी हुई. इस मारपीट का केस 2 महीने पहले 13 मार्च को नगर थाना में दर्ज किया गया था. इस केस में नगर थाना के एएसआई अनोद कुमार मुझसे मेरे पक्ष में डायरी लिखने और थाने से ही बेल देने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं. जबकि मैं रुपया देना नहीं चाहता हूं.

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श्रम विभाग का क्लर्क घूस लेते हुआ था गिरफ्तार

गोड्डा स्थित श्रम विभाग कार्यालय में कार्यरत क्लर्क सोनू मरांडी को बीते नौ मई 2022 को पांच हजार रुपये घूस लेने के आरोप में एसीबी की टीम ने धर-दबोचा था. गिरफ्तार सोनू मरांडी को एसीबी की टीम अपने साथ दुमका ले गयी. मामला लेबर लाइसेंस बनाने के एवज में घूस लेने का था. गोड्डा में अडानी पावर लिमिटेड में एरिया इंचार्ज के पद पर कार्यरत राजीव कुमार रंजन ने लेबर लाइसेंस के लिए श्रम अधीक्षक कार्यालय में लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था. इस दौरान श्रम विभाग में कार्यरत क्लर्क सोनू मरांडी ने लेबर लाइसेंस की फाइल श्रम अधीक्षक के पास भेजने के एवज में पांच हजार रुपये की मांग की. इसको लेकर सोनू मरांडी ने एक मई, 2022 को सिंगल विंडो सिस्टम से ऑनलाइन जेनरेटेड लाइसेंस के लिए पावती रसीद आवेदक राजीव कुमार को दिया. इसके बाद लाइसेंस देने के लिए पांच हजार रुपये की मांग की गयी थी.

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