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सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर का दिया गया प्रशिक्षण

प्रदेश के महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य द्वारा बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा फील्ड स्तर के कार्यकर्ताओं के कार्यों की गुणवत्ता में सुधार, क्षमता वर्धन तथा निरन्तर प्रोत्साहित करने के लिए सहयोगात्मक पर्यवेक्षण को सुदृढ़ करने एवं सुविधाजनक बनाने के लिए प्रत्येक जिले से एक बाल विकास परियोजना अधिकारी व डेवलपमेंट पार्टनर्स यू0पी0टी0एस0यू0 अलाइव एंड थ्राइव, यूनिसेफ, वर्ल्ड विजन और पीरामल स्वास्थ्य के मंडलीय/जिला प्रतिनिधियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का द्वीप प्रज्वलन कर शुभारम्भ किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में श्रीमती मौर्य ने प्रशिक्षणार्थियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में पूर्ण मनोयोग एवं लगन से प्रशिक्षण प्राप्त करने का निर्देश देते हुए कहा कि माननीय प्रधानमन्त्री जी की कुपोषण मुक्त देश बनाने की परिकल्पना को साकार करने तथा माननीय मुख्यमन्त्री जी के विकास कार्यक्रमों में पारदर्शिता व उत्तरदायित्व बढ़ाने के लिए डिजिटल तकनीकी का अधिक से अधिक उपयोग कर फील्ड स्तर के कार्मिको को सशक्त व सक्षम बनाने के लिए बाल विकास विभाग एवं पुष्टाहार विभाग नित नए प्रयोग व नवाचार कर रहा है। इसी कड़ी में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण प्रारम्भ किया गया है। इस अवसर पर महिला कल्याण मंत्री द्वारा जनपद स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविकाओं व ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सहयोगात्मक पर्यवेक्षण प्रदान करने हेतु विभाग द्वारा विकसित प्रशिक्षण मैनुअल का विमोचन भी किया गया।
सचिव, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग श्रीमती अनामिका सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि सहयोगात्मक पर्यवेक्षण हेतु दो दिवसीय 4 बैच में मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इससे प्राप्त डेटा का विश्लेषण व अनुश्रवण हेतु एक डैशबोर्ड तैयार किया जा रहा है, जिससे जनपद व प्रदेश स्तर से रियल टाइम अनुश्रवण किया जाएगा और विभागीय कार्यक्रमों एवं सेवाओं को लाभार्थियों तक ससमय उपलब्ध कराया जा सकेगा तथा इसमें गुणात्मक सुधार भी होगा।
निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार श्री कपिल सिंह द्वारा अपने सम्बोधन में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के सम्बन्ध में विभाग एवं डेवलेपमेन्ट पार्टनर्स के प्रतिनिधियों के साथ जनपद स्तर पर अन्य बाल विकास परियोजना अधिकारियों व मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षित किये जाने की कार्ययोजना पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर श्री थॉमस फोरिसिएर निदेशक अलाइव एण्ड थ्राइव साउथ एशिया, श्री बीनू आनन्द इण्डिया निदेशक अलाइव एण्ड थ्राइव, डा0 विकास यादव वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी बी0एम0सी0एफ0 द्वारा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के सम्बन्ध में उनकी संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयास  और भविष्य में भी विभाग को तकनीकी सहयोग प्रदान किये जाने पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर निदेशक (वित्त) श्री दिलीप अग्रवाल, उप निदेशक सुश्री कमलेश गुप्ता व श्री गौरव शुक्ला, इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री सेराज अहमद, संयुक्त परियोजना समन्वयक, पोषण अभियान एवं श्री सुरेन्द्र त्रिपाठी जिला कार्यक्रम अधिकारी के साथ-साथ श्री परवीन के0 शर्मा निदेशक उ0प्र0 एण्ड बिहार आलइव एण्ड थ्राइव, श्री सुनील कुमार उप निदेशक अलाइव एण्ड थ्राइव, श्री राजेन्द्र प्रसाद वरिष्ठ प्रोग्राम मैनेजर आलइव एण्ड थ्राइव तथा डॉ0 मनीष कुमार निदेशक न्यूट्रीशन यू0पी0टी0एस0यू0, श्री अनूप कुमार पीरामल फाउन्डेशन, सुश्री इस्थर रानी वर्ड विजन आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।