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हजार रुपये नहीं दिए तो गर्भवती को एंबुलेंस से उतारा, ड्राइवर और टेक्‍नीशियन को जेल, नौकरी भी गई

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एक हजार रुपये की रिश्वत मांगने पर एंबुलेंस चालक और ईएमटी पर बड़ी कार्रवाई होने से यहां एंबुलेंस कर्मी संघ में हड़कंप मच गया है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के निर्देश के बाद यहां एंबुलेंस के दोनों कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

हमीरपुर के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के भौंरा गांव की रेखा पत्नी उत्तम निषाद प्रसव के दर्द से परेशान थी। फोन पर सूचना मिलने पर 102 एंबुलेंस के ईएमटी फतेहपुर निवासी अजीत कुमार और चालक अभिषेक प्रताप गांव पहुंचे थे। प्रसूता और उसके परिजनों के अलावा आशा बहु को एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में दोनों कर्मियों ने एक हजार रुपये की डिमांड की थी। पैसे न देने पर प्रसूता सहित परिजनों को एंबुलेंस से बीच रास्ते सुनसान जगह पर उतारकर दोनों कर्मी भाग गए थे। सड़क किनारे जंगल में प्रसव पीड़ा के दर्द से कराहती रेखा को देख परिजनों ने जमकर हंगामा किया था। इसकी जानकारी होने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर एंबुलेंस भिजवाकर प्रसूता को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रेखा ने अस्पताल में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, लेकिन एंबुलेंस कर्मियों की मनमानी को कोसते हुए कार्रवाई की मांग की थी।

डिप्टी सीएम के निर्देश के बाद एंबुलेंस स्टाफ बर्खास्त
गर्भवती महिला को बीच रास्ते जंगल में उतारकर एंबुलेंस कर्मियों के वापस जाने के मामले में प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीएमओ डॉ. एके रावत के नेतृत्व में तहसीलदार व ए.सीएमओ सहित चार सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की। परिजनों से बयान भी लिए। जांच में दोनों एंबुलेंस कर्मी दोषी पाए जाने पर पुलिस स्टेशन में धारा-386 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कराया गया। बुधवार को दोनों कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

गिरफ्तारी होते ही रो पड़े एंबुलेंस चालक और ईएमटी
एंबुलेंस सेवा-102 के चालक अभिषेक प्रताप और ईएमटी अजीत कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल दिया है। एसपी शुभम पटेल ने बताया कि दोनों एंबुलेंस कर्मियों ने प्रसूता से पैसों की मांग की थी, जिसे न देने पर प्रसूता को एंबुलेंस से उतार दिया गया था। सीएमओ की अध्यक्षता में कराई गई जांच में दोषी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया गया और दोनों कर्मियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। गिरफ्तारी होते ही दोनों एंबुलेंस कर्मी रो पड़े।
रिपोर्ट – पंकज मिश्रा