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Army Recruitment Exam: सेना भर्ती परीक्षा देने आए सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार, 1 हरियाणा और 2 आरोपी आगरा के हैं

मेरठ: आर्मी इंटेलिजेंस ने रुड़की बंगाल इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर (बीईजी) में चौकीदार और धोबी की नौकरी के लिए सिविल डिफेंस सर्विसेज परीक्षा देने आने वाले एक सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। सबूत के तौर पर वॉट्सऐप चैटिंग के स्क्रीन शॉट्स भी उन्हें दिए गए। उसके बाद मेरठ आर्मी इंटेलिजेंस ने रुड़की पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर तीनों सॉल्वर गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े गए सॉल्वर गैंग यूपी और हरियाणा के रहने वाले
आर्मी इंटेलिजेंस और पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के जिलानी गांव निवासी दीपक सहारन (22), आगरा के मिर्जापुर गांव के देवेश (20) और आगरा के कगरोल गांव के हेमंत कुमार (23) के रूप में हुई है। तीनों आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ऐसे पकड़े गए सॉल्वर
आरोपी ने इस साल जून में बीईजी में विभिन्न नागरिक नौकरियों के लिए आवेदन किया था। जैसे ही बीईजी ने 3 जुलाई को रुड़की में लिखित परीक्षा में शामिल होने के लिए अपने एडमिट कार्ड जारी किए। तीनों आरोपियों ने अपने-अपने एडमिट कार्ड पर सॉल्वर की तस्वीरें चिपका दीं। हालांकि, परीक्षा के आयोजक ने लिखित परीक्षा में बैठने की अनुमति देने से पहले उनके प्रवेश पत्र के साथ उपस्थित उम्मीदवारों की तस्वीरें ली थीं।

पेपर देने के नाम पर ली थी रकम
अंतिम साक्षात्कार के दौरान एमआई अधिकारियों ने उनकी धोखाधड़ी पकड़ी। जांच के दौरान पता चला कि सहारन, देवेश और हेमंत ने कथित तौर पर अपने सॉल्वरों को क्रमश: 50,000, 15,000 और 50,000 रुपये दिए थे। बीए प्रोग्राम में द्वितीय वर्ष के छात्र देवेश और बीए में प्रथम वर्ष के छात्र हेमंत ने चौकीदार के पद के लिए आवेदन किया था, जबकि मैट्रिक पास देवेश ने धोबी पद के लिए आवेदन किया था। रुड़की के थाना सिविल लाइन में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
इनपुट- रामबाबू मित्तल