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क्या AMU में पाकिस्तान के समर्थन में लगवाए गए नारे… टीवी डिबेट में जोरदार भिड़ंत, शो छोड़कर जाने लगे पैनलिस्ट

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक छात्र ने कट्‌टरपंथियों पर बड़ा आरोप लगाया है। एएमयू में पढ़ाई करने वाले साहिल कुमार नाम के छात्र ने आरोप लगाया है कि उसे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर मजबूर किया गया। बहन को हिजाब पहनाने की धमकी दी गई। साहिल ने टीवी कैमरों के सामने कहा है कि कट्‌टरपंथियों ने हमारे हिंदू प्रतीक चिन्ह कलावा को हटवा दिया। उसने कहा है कि मुझे पढ़ाई करनी थी, इसलिए मैं चुप रहा। लेकिन, कुछ दिन पहले उन लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और बुरी तरह से जख्मी कर दिया। तहरीर में हमने पूरी बात लिखी है। वहीं, इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से मामले को जांच का विषय बताया गया है। इस मामले पर टाइम्स नाऊ नवभारत में बहस के दौरान भिड़ते दिखे।

पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष सैयद मसूद उल हसन ने कहा कि भाजयुमो ने इस घटना को पब्लिसिटी के लिए यूज किया है। उन्होंने कहा है कि तीन पहले ही घटना है। आपसी मारपीट की घटना को गलत तरीके से पेश किया गया है। भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष की ओर से इस मामले को अलग रंग दिया जा रहा है। उनके बयान पर राजनीतिक विश्लेषक शिवम त्यागी ने कहा कि आप एएमयू के कितने मामलों पर पर्दा डालेंगे? जिन्ना विवाद से लेकर तमाम मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस मुद्दे पर टीवी डिबेट शो के दौरान एक समय ऐसा भी आया, जब पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान शो छोड़कर जाने लगे। उन्हें एंकर ने वापस बुलाया।

सैयद मसूद ने इस पर कहा कि एएमयू को लेकर जितने भी मामले सामने आए हैं, सभी भाजपा की उपज हैं। इसमें से कोई भी मामला सच नहीं है। इस पर शिवम त्यागी ने काटा। उन्होंने कहा कि सब झूठे हैं और केवल एएमयू सच है? इस पर सैयद मसूद ने कहा कि आपके लिए केवल पीएम सत्य बोलने वाले हैं। हर कोई झूठा है। इस्लामिक स्कॉलर मुफ्ती वजाहत कासमी ने कहा कि इस प्रकार की घटना निंदनीय है। इस प्रकार का मामला सामने आया है तो उसकी जांच और कार्रवाई होनी चाहिए।

टीवी डिबेट के दौरान कुर्सी छोड़कर उठे पीस पार्टी के प्रवक्ता

शादाब चौधरी ने छोड़ दी कुर्सी
इस्लामिक स्कॉलर जबीरुल कादरी और प्रवक्ता पीस पार्टी शादाब चौहान ने कहा कि पुलिस की शिकायत पर गौर करना चाहिए। छात्र की शिकायत में कुछ और है और बयान कुछ और दे रहा है। शादाब चौधरी से जब एंकर ने सवाल किया कि अगर लड़के हिंदू नहीं होता और मामला किसी अन्य यूनिवर्सिटी का होता तो आप क्या करते? क्या लड़के की बात नहीं सुनी जाएगी। इतना सुनते ही शादाब चौधरी शो छोड़कर निकलने लगे। इसके बाद उन्हें एंकर ने वापस आने को कहा। बहस काफी देर तक सवाल पूछने और जवाब देने की स्वतंत्रता पर चलती रही। राजनीतिक विश्लेषक अंबर जैदी ने कहा कि इस प्रकार बातों के जोर पर लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश सफल नहीं होने दी जाएगी। लड़कियों को जबरन बुर्का पहनाने की बात नहीं चलेगी।

छात्र की शिकायत पर एएमयू प्रशासन ने कही कार्रवाई की बात

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कही कार्रवाई की बात
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस संबंध में कार्रवाई की बात कही है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि छात्र की शिकायत हमें मिली है। इस संबंध में जांच कराई जा रही है। जांच में सभी पक्षों को देखा और सुना जा रहा है। अगर यह घटना सत्य पाई जाती है तो इसे यूनिवर्सिटी के नियमों के तहत अनुशासनहीनता के दायरे में माना जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा कि अगर छात्र का आरोप गलत पाया जाता है तो इसे भी अनुशासनहीनता माना जाएगा। इसे यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की साजिश माना जाएगा। अधिकारी ने कहा कि इस प्रकार की स्थिति में आरोप लगाने वाले छात्र पर भी कार्रवाई हो सकती है।

एएमयू के छात्र ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भी बड़ा आरोप लगाया

पीड़ित छात्र का बड़ा आरोप
पीड़ित छात्र साहिल ने आरोप लगाया है कि उसे प्रताड़ित किया गया। लगातार उसे निशाना बनाया जा रहा था। हिंदू लड़कियों को जबरन बुर्का पहनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमने जब यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत की। प्रॉक्टर और अन्य अधिकारियों से मारपीट की घटना की बात कही तो उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाने और बुर्का पहनाने की धमकी को अपनी तहरीर में न लिखने को कहा। अब इस पूरे मामले में बवाल बढ़ गया है।