कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने आज यहां अपने कार्यालय कक्ष में जनचौपाल के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। उन्होंने जनचौपाल के माध्यम से जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों से आए नागरिकों, ग्रामीणजनों, महिलाओं की समस्याओं को सुना और आवेदनों पर नियमानुसार त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। आज 25 से अधिक लोगों ने आवेदन दिया। इन आवेदनों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कलेक्टर डॉ भुरे ने संबंधित अधिकारियों से दुरभाष पर चर्चा कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली और यथासंभंव कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए।
आज जनचौपाल में बूढ़ापारा निवासी तुलसीदास संघानी ने भूमि सीमांकन के लिए आवेदन किया, जिस पर कलेक्टर ने एस.डी.एम रायपुर को फोन कर तुरंत कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी प्रकार आरंग तहसील के ग्राम अमोदी के मालीकराम ने जमीन बिक्री की अनुमति लेने के आवेदन पर शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की। कलेक्टर ने प्रकरण को उचित प्रतिवेदन के लिए भेजने की जानकारी दी। इंद्रानगर निवासी ताराचंद ने छत्तीसगढ़ इन्फ्रास्ट्रक्चर से बकाया राशि का भुगतान दिलवाने, गौतम नगर निवासी जयश्री गजभिये ने आवास योजना में मकान के लिए जरूरी सहायता देने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया।
जनचौपाल में महात्मा गांधी वार्ड 6 निवासी चितरंजन चंद ने पड़ोसी द्वारा बंद की गई गली खुलवाने के लिए कलेक्टर डॉ भुरे को आवेदन देकर अपनी परेशानी बताई। डॉ भुरे ने तत्काल जांच कर मौका मुआयना कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश एसडीएम को दिए। मोमिनपारा निवासी तबस्सुम फातमा ने किराना दुकान खोलने आर्थिक मदद के लिए, नूरानी चौक निवासी गुलाम मोहम्मद ने राजातालाब को प्रदूषण और अतिक्रमण मुक्त करवाने, जनपद पंचायत धरसींवा के ग्राम अकोली निवासी सुरेश दीवान ने मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के तहत मुक्तिधाम तक सड़क बनवाने, शांतिनगर स्थित नवयुग दिव्यांग उत्थान संस्था ने दिव्यांग समूह को आवास उपलब्ध कराने, ग्राम डोमा के याज्ञवल्क्य साहू ने ऋणपुस्तिका नामांतरण दुरस्त करवाने संबंधी आवेदन दिया जिस पर कलेक्टर डॉ भुरे ने अभनपुर एसडीएम को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
More Stories
ब्रेकिंग न्यूज: टाटा स्टील के बिजनेस हेड की हत्या का मामला, गैंगस्टर में सब इंस्पेक्टर भी ध्वस्त
क्राइम : पति की सरकारी नौकरी वाली पत्नी ने बनाया प्लान, प्रेमी के साथ मिलकर निकाला मौत के घाट
मायावती ने शेयर किया आकाश आनंद को पद से हटाने का फैसला, जानिए क्यों मिला आनंद को उत्तराधिकारी, इसके पीछे क्या है राजनीतिक संदेश?