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रामपुर उप चुनाव में चार मतदाता तय करेंगे

रामपुर: उत्तर प्रदेश के रामपुर विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में करीब चार लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए रामपुर में 166 मतदान केंद्र और 454 बूथ बनाए गए हैं। रामपुर विधानसभा सीट को लेकर माहौल गरमाया हुआ है। आजम खान को एमपी एमएलए कोर्ट की ओर से तीन साल की सजा दिए जाने के बाद विधायकी चली गई है। इसके बाद विधानसभा उप चुनाव का आयोजन हो रहा है। अब सवाल यह उठने लगा है कि रामपुर विधानसभा सीट पर आजम का जलवा कायम रहेगा या नहीं? आजम खान ने इस सीट पर 10 बार चुनावी जीत हासिल की है। लेकिन, रामपुर में जब आजम स्वयं उम्मीदवार नहीं होते हैं तो उनका जलवा नहीं चलता। यह लोकसभा उप चुनाव में दिख चुका है। ऐसे में अब रामपुर विधानसभा सीट को लेकर चर्चा का माहौल गरमाया हुआ है।

सपा के कददावर नेता आजम खान की विधानसभा सदस्यता रदद होने के बाद खाली हुई रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप 5 दिसंबर को रामपुर में मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना होगी। मतदान के लिए रामपुर विधानसभा क्षेत्र में 166 मतदान केंद्र और 454 वोटिंग सेंटर बनाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सुरक्षा के मद्देनजर रामपुर विधानसभा क्षेत्र को छह जोन और 34 सेक्टरों में बांटा गया है।

सीट का इतिहास
रामपुर विधानसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य है। शुरूआत में तो इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा, जिसमें नवाब परिवार के सहयोग से ही कांग्रेस चुनाव जीतती रही। लेकिन, इसके बाद मतदाताओं पर नवाब परिवार की पकड कमजोर पडती गई, जिसका नतीजा यह हुआ कि अब रामपुर विधानसभा सीट सपा के सबसे मजबूत किले के रूप में जानी जाती है।

रामपुर विधानसभा सीट एक नजर में:

रामपुर विधानसभा क्षेत्र की जनसंख्या: 577463मतदाताओं की कुल तादात: 388994महिला मतदाताओं की संख्या: 182052पुरूष मतदाताओं की संख्या: 206904अन्य मतदाताओं की संख्या: 38कुल मतदान केंद्र: 166कुल मतदेय स्थल: 454
क्या कहते हैं समीकरण
रामपुर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य है। मुस्लिम में भी सबसे ज्यादा पठान और अंसारी हैं। जिनके अनुमानित मतदाताओं की संख्या करीब 80 हजार है। इसके अलावा तुर्क समेत अन्य बिरादरियां भी हैं। हिंदुओं में वैश्य और लोधी समाज के मतदाता करीब 35-35 हजार हैं। वहीं, यादव, सैनी और अनुसूचित जाति-जनजाति के भी मतदाता अच्छी संख्या में हैं।