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पुजारा ने कहा- पिंक बॉल से खेलना एक अलग चुनौती, कम रोशनी में तेज गेंदबाजों को खेलना मुश्किल होता है

भारत के टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने गुरुवार को यह माना कि बल्लेबाजों के लिए डे-नाइट टेस्ट एक अलग चुनौती होती है। उन्होंने कहा कि कम रोशनी में रेड के मुकाबले पिंक बॉल से तेज गेंदबाज को खेलना मुश्किल होता है। पुजारा ने यह बात सोनी टेन पिट स्टॉप शो में कही। भारत को दिसंबर-जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे जाना है, जहां टीम को 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम यहां विदेश में अपना पहला डे-नाइट टेस्ट भी खेलेगी। यह मैच 11 दिसंबर को एडिलेड में होगा।

कम रोशनी में पिंक बॉल से खेलने की आदत डालनी होगी
पुजारा ने कहा, ‘‘डे-नाइट टेस्ट या पिंक बॉल के साथ खेलने की बात है, तो मेरा मानना है कि यह एक अलग चुनौती है। जिस तरह हम रेड बॉल से खेलते है, यह वैसा नहीं है। फॉर्मेट भले ही एक हो, लेकिन पिंक बॉल की रफ्तार और विजिबिलिटी बिल्कुल अलग है। एक बल्लेबाज के तौर पर आपको इसकी आदत डालनी होगी।’’ पुजारा ने 77 टेस्ट में 48.67 की औसत से 5840 रन बनाए हैं। उनके नाम 5 वनडे में 51 और आईपीएल के 30 मैच में 390 रन हैं।

युवा खिलाड़ियों के लिए डे-नाइट टेस्ट आसान नहीं होगा

उन्होंने कहा, ‘‘यह आसान नहीं होने वाला, क्योंकि इसके लिए आपको नेट पर बहुत मेहनत करनी होगी। घरेलू क्रिकेट में भी यह आसान नहीं होता है। रणजी मैच में एसजी रेड बॉल से खेला जाता है। वहां खेला हुआ खिलाड़ी भारतीय टीम में आता है, तो वह यह फॉर्मेट (टेस्ट) खेलने के लिए तैयार रहता है। लेकिन जब वह पिंक बॉल से खेलता है, तो उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि उसके पास इसका अनुभव नहीं होता है। इसलिए मेरा मानना है कि युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक चुनौती होगी।’’

टीम इंडिया अपना दूसरा डे-नाइट टेस्ट खेलेगी
भारतीय टीम एडिलेड में अपना दूसरा और विदेश में पहला डे-नाइट टेस्ट खेलेगी। टीम इंडिया ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ 22 नवंबर 2019 को कोलकाता में खेला था। इस मैच में भारत ने पारी और 46 रन से जीता था।

पुजारा एक टेस्ट में सबसे ज्यादा बॉल खेलने वाले पहले भारतीय
पुजारा ने 2017 के रांची टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 525 बॉल पर 202 रन की पारी खेली थी। इसी के साथ पुजारा एक टेस्ट में सबसे ज्यादा बॉल खेलने वाले पहले भारतीय बन गए। इस मैच में पुजारा ने विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के साथ 199 रन की साझेदारी की थी। इस मैच में साहा ने भी शतक लगाया था। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में 451 रन के मुकाबले भारतीय टीम ने 603 रन का स्कोर बनाया था। 

पुजारा ने रांची टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थका दिया था

इस पारी पर पुजारा ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के स्टीव ओ कैफे ने 77, नाथन लियोन ने 46, तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने 39 और जोश हेजलवुड ने 44 ओवर गेंदबाजी की थी। वे पूरे समय दौड़ते ही रहे और हमें आउट करने के लिए हर कोशिश कर रहे थे। उस समय पिच पर गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था। बल्लेबाज को छकाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को और ज्यादा रफ्तार की जरूरत थी, इसलिए यह उनके लिए बहुत मुश्किल था। एक बल्लेबाज के तौर पर मुझे इस तरह की चुनौती पसंद है। आखिर में जब हमने 500 से ज्यादा रन बना दिए तो उनकी आखों में थकान देखी जा सकती थी।’’