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आउटडोर गेम्स शुरू, हर आधे घंटे में कर रहे हैंडवॉश वन प्लेयर, वन बाॅल काॅन्सेप्ट पर खेल रहे हैं फुटबाॅल

  • शहर में छोटे-बड़े 15 स्पोर्ट्स ग्राउंड हैं। सभी ओपन कर दिए गए हैं।
  • 10 हजार से ज्यादा यंगस्टर्स गवर्नमेंट और प्राइवेट एकेडमी में ले रहे हैं क्रिकेट, फुटबॉल और वॉलीबॉल की ट्रेनिंग
  • इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और हाॅकी के दोनों टर्फ में एंट्री बंद हैं। कोरोना की स्थिति देखकर इसे शुरू करेंगे।
  • इंडोर स्टेडियम को हॉस्पिटल बनाया गया है, यहां जुलाई के बाद ही खेल हो सकेंगे

जिला क्रिकेट संघ का मैदान, लाभांडी, सुबह 07:00 बजे
थर्मल स्क्रीनिंग के बाद एंट्री, स्विंग हासिल करने के लिए बॉलर्स ढूंढ रहे नए तरीके

थर्मल स्क्रीनिंग और हैंडवाॅश कें बाद प्लेयर्स काे मैदान में एंट्री दी गई। काेच आनंद तलवार ने सभी काे डिस्टेंसिंंग मेंटेन करते हुए लाइन में खड़े हाेने के निर्देश दिए। संक्रमण से बचने के लिए खिलाड़ियाें काे मैच खेलने के बजाय फिटनेस पर ध्यान देने, दाे-दाे के बंच में फील्डिंग, बैटिंग, बाॅलिंग की प्रैक्टिस करने कहा। स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए बॉलर उत्कर्ष तिवारी पैराशूट बांधकर दौड़ते दिखे। बीसीसीआई ने कोरोना की वजह से बॉल पर सलाइवा (लार) लगाने पर पाबंदी लगाई है। ऐसे में रणजी मैच की तैयारी में जुटे तेज गेंदबाज पंकज राव स्विंग हासिल करने के लिए बाॅल पर सलाइवा के बजाय पसीना लगाते दिखे। इससे वे स्विंग हासिल करने में कामयाब हाेते दिखे। स्विंग के लिए और नए तरीके ईजाद कर रहे हैं।  

सप्रे फुटबॉल ग्राउंड, सुबह 07:30 बजे
ग्रुप में फुटबॉल खेलने पर बैन दूर-दूर प्रैक्टिस करते दिखे
फुटबाॅल ग्राउंड का नजारा पहले से एकदम अलग था। पहले एक ही बाॅल के पीछे 20 खिलाड़ी भागते नजर आते थे, लेकिन अब हर खिलाड़ी अलग बाॅल से खेलता दिखा। यहां वन प्लेयर, वन बाॅल काॅन्सेप्ट पर फुटबाॅल की प्रैक्टिस करने की अनुमति दी गई है। एक ही बाॅल से ग्रुप में मैच खेलने पर सख्त बैन है। हर आधे घंटे में खिलाड़ी हैंडवाॅश करते नजर आए।
वॉलीबॉल कोर्ट,  शाम 06:10 बजे
हैंडवाॅश के बाद हुई एंट्री, दम न घुटे इसलिए खेल के दौरान मास्क पहनने से दी गई छूट

यहां दाे काेर्ट हैं। एक गर्ल्स के लिए। दूसरा बाॅयज के लिए। शाम छह बजते ही सबसे पहले यहां पहुंचे काेच रविंद्र बागी। उन्हाेंने एंट्री गेट खुद खाेला और हैंड सैनिटाइज करने के बाद मैदान के भीतर आ गए। कुछ ही मिनट के भीतर खिलाड़ियाें के आने का सिलसिला भी शुरू हाे गया। पूर्व निर्देशाें के अनुसार सभी हैंडवाॅश करने के बाद मैदान में उतरे। काेच रविंद्र ने आपस में गेम खेलने के बजाय इंडिविजुअली प्रैक्टिस करने का निर्देश दिया। काेच का इशारा मिलते ही सभी तीन-तीन मीटर दूर खड़े हाेकर वाॅलीबाॅल काे शूट करने की प्रैक्टिस करने लगे। सभी खिलाड़ियाें काे खेल के दाैरान मास्क लगाने से छूट दी गई है। एक घंटे का प्रैक्टिस सेशन खत्म हाेते ही  खिलाड़ियाें ने हैंडवाॅश किया और मास्क पहन लिया।