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परिवार का आरोप- पीपीई किट पहनने से डिहाइड्रेशन हुआ, उस समय तापमान 42 डिग्री था

जम्मू में तवी नदी पर कोरोना से जान गंवाने वाले व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने गए उसके दो रिश्तेदारों की दाह संस्कार से पहले ही मौत हो गई। डॉक्टर्स का कहना है कि दोनों की मौत का कारण पता नहीं चल सका है। वहीं, परिजन का आरोप है कि दोनों ने पीपीई किट पहनी थी और तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया था, इससे उन्हें डिहाइड्रेशन हो गया। प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश  दिए हैं। 

जिन दो लोगों की मौत हुई, उनमें एक की उम्र 40 साल और दूसरे की 35 साल थी। वे कोरोनावायरस से जान गंवाने वाले परिवार के 65 साल के व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने आए थे। इस दौरान मृतक का बेटा भी पीपीई किट में था। दोपहर डेढ़ बजे के करीब जब पारा 42 डिग्री तक चढ़ गया था, तब ये लोग शव को लेकर नदी के किनारे चल रहे थे। परिजन अनिल चोपड़ा का आरोप है इन्हें चक्कर आए और वे गिर पड़े। पुलिस और प्रशासन के लोगों ने पानी तक नहीं पिलाया और डिहाइड्रेशन से इनकी मौत हो गई।

बेटा अब खतरे से बाहर

मृतक का बेटा भी बेहोश हो गया था। उसे मौके पर मौजूद अन्य रिश्तेदारों ने बड़ी मुश्किल से हॉस्पिटल पहुंचाया। अभी उसकी हालत ठीक बताई जा रही है। परिजन ने बताया कि बेहोशी के चलते दोनों मृतक तवी नदी में गिर गए थे। 

हमें प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं दी

परिजन ने कहा कि, हम शक्ति नगर श्मशान में मृतक का अंतिम संस्कार करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी। फिर हमें तवी नदी पर जाना पड़ा। अगर प्रशासन मंजूरी दे देता तो इतनी दूर नहीं जाना पड़ता और यह घटना नहीं होती। 

22 जून को रिपोर्ट सौंपी जाएगी
जिला प्रशासन ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। डॉक्टर्स का बोर्ड शवों की जांच करेगा। एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को 22 जून तक रिपोर्ट देने को कहा गया है। जम्मू डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट सुषमा चौहान ने अपने आदेश में लिखा है कि, ‘‘कोविड के चलते मारे गए व्यक्ति के शव के साथ गए दो लोग बेहोश हो गए और रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई। दो लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की परिस्थितियों की जांच होना जरूरी है।’’