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बाबूलाल से मिले सालखन, हो सकती है भाजपा में वापसी

– कहा, संभावना से राजनीति में इनकार नहीं किया जा सकता

– यूपीए ने आदिवासी-मूलवासियों के कुछ नहीं किया, भाजपा एजेंडे को शामिल करे

Ranchi: मयूरभंज के पूर्व भाजपा सांसद और आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी में वापसी के संकेत दिए हैं. हालांकि, इस संबंध में उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा लेकिन इतना जरूर कहा कि राजनीति में संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. बता दें कि रविवार की सुबह वह भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी से रांची स्थित उनके आवास पर मिले. दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई.

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सालखन ने बताया कि वह मरांडी से मिले थे. मगर कोई विशेष बातचीत नहीं हुई. उन्होंने कहा कि झामुमो और यूपीए ने तो आदिवासियों के लिए अब तक कुछ किया नहीं है. मरांग बुरू से लेकर हर चीज बेचने का ही काम किया है. न नियोजन नीति बनी और न ही स्थानीय नीति. तीन साल में प्रदेश सरकार केवल छलावा ही देती रही. इसलिए मरांडी से मांग की जाएगी कि आदिवासी-मूलवासी के एजेंडे को भाजपा अपने एजेंडे में शामिल करे. इसी से भाजपा और राज्य का भला होगा.

फिर मिलेंगे बाबूलाल से

सोमवार की सुबह सालखन मुर्मू फिर बाबूलाल मरांडी से मिलेंगे. इन सभी मुद्दों पर बात होगी. बतातें चलें कि पिछले कुछ महीनों से सालखन राज्य की हेमंत सरकार और झामुमो पर हमलावर हो चुके हैं. आए दिन सीएम और झामुमो परिवार पर हमले कर रहे हैं. धर्मांतरण, धर्म परिवर्तन कर चुके आदिवासियों को डी-लिस्टिंग करने, सरना धर्म कोड और पारसनाथ पर आदिवासियों के कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं. लगातार आंदोलन कर रहे हैं.

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भाजपा और आरएसएस से है पुराना नाता

सालखन मुर्मू मयूरभंज से भाजपा के टिकट पर सांसद बने थे. झारखंड राज्य गठन के बाद उन्होंने अपनी कर्मभूमि झारखंड बनायी. आदिवासी जनाधिकार मंच का गठन करके झारखंड में इंट्री की. उनका संघ से भी नाता रहा है.

 

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