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सेंट्रल की जांच टीम से ग्रामीणों ने कहा- साहब! हम लोग परेशान हैं, आप हाथियों को यहां से ले जाइए; कल राज्य की टीम करेगी जनसुनवाई

छत्तीसगढ़ में केंद्र से पहुंची जांच टीम के सामने ग्रामीणों ने कहा, साहब! हम लोग हाथियों से बहुत परेशान हैं। न हम सुरक्षित हैं और न ही मकान और फसल। झुंड में हाथी जब गांव में आते हैं, तो रात-रात भर सो नहीं पाते। हमारे लिए हाथियों का क्या काम है। आप लोग यहां से हाथियों को ले जाएं। प्रतापपुर रेंज के गणेशपुर और राजपुर रेंज के गोपालपुर इलाके के दौरे के दौरान टीम के अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने स्थानीय ग्रामीणाें से बात की। इस इलाके में तीन हाथियों की मौत हुई थी। 

दरअसल, एक के बाद एक 10 दिनों में 7 हाथियों की मौत मामले में केंद्र की जांच टीम अपने छह दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंची हुई है। टीम के 3 दिन पूरे हो चुके हैं। अब वो गुरुवार को सूरजपुर और बलरामपुर के घटनास्थलों का निरीक्षण करेगी। इसके बाद शुक्रवार को धमतरी जाएगी। एलिफेंट प्रोजेक्ट के साइंटिस्ट डाॅ. सेल्वन व नेशनल को-आर्डिनेटर प्रजना पंडा, सीएफ एसएस कंवर व वन अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। 

हाथियों को रोकने के लिए खाई और गड्‌डा खोदने पर भी चर्चा
दिल्ली से आई टीम सभी जिले में मृत हाथियों की जांच करने के बाद अपनी  रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी। ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर भी केंद्र को अवगत कराया जाएगा। इसके साथ ही प्रभावित गांवों बाहर हाथियों को रोकने के लिए खाई बनाने या गड्डा खोदने की बात को लेकर भी चर्चा की गई है। वहीं ग्रामीणाें की समस्याओं को देखते हुए राज्य वन विभाग और विशेषज्ञों की टीम गोपालपुर में जनसुनवाई करेगी। 

हाथियों की मौत को लेकर केंद्र गंभीर
डाॅ. सेल्वन ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कुछ पता नहीं चला है। सैंपल आईवीआर भेजा है। हाथियों में अभी कोई बीमारी नहीं दिखी है। अगर ऐसा होता तो पूरे दल में फैल जाती। फिर भी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि हाथियों की मौत को लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर है। इसलिए कोरोना का खतर होने के बाद भी जांच के लिए भेजा है। धर्मजयगढ़ में करंट से हाथी की मौत वन और बिजली विभाग के बीच समन्वय की कमी है।