खास तौर से डोर टू डोर कचार उठाने स्व सहायता समूह की 30 महिलाएं हाई रिस्क में हैं। वे संक्रमित परिवार के मकान भी जाती थीं। इस दौरान उनकी घर की महिलाओं से बातचीत भी होती है। इनमें से एक महिला सफाई कर्मी में कोरोना के लक्षण भी दिखने लगे हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने इनमें से किसी की सैंपलिंग नहीं है।
सिरगिट्टी में पहले ही कंटेनमेंट जोन है। इसके बाद बुधवार को एक ही परिवार के 10 सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिलने से दहशत और भी बढ़ गई है। यहां के रहवासी स्व सहायता समूह के माध्यम से घरों से कचरा उठाने वाली महिलाओं को लेकर चिंतित हैं। लोग कह रहे हैं कि 30 महिला सफाई कर्मी रोजाना घरों में जाकर कचरा उठाती हैं।
स्थानीय होने के कारण उनका सभी परिचय है। इसलिए उनकी घर वालों से बातचीत भी होती है। संक्रमित परिवार के घर भी उनका आना जाना था। इस वजह से ये महिलाएं भी हाई रिस्क में हैं। पूर्व पार्षद पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि इन महिला सफाई कर्मियों से एक को सर्दी, खांसी के साथ बुखार भी है। इससे उसके कोरोना के चपेट में आने की आशंका है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग सैंपल लेना तो दूर इसकी जांच भी नहीं कर रहा है।
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