Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

यूं ही नहीं की जाती भगवान विश्‍वकर्मा की पूजा, रोजी रोटी दिलाने वाली मशीनों के प्रति कृतज्ञता जताने का है दिन

आज जमाना मशीनों का है। घरेलू कामकाज से लेकर दफ्तरों सहित कारखानों में हर जगह मशीनों पर इंसान निर्भर है। ऐसे में मशीनों को हम निर्माण और सृजन के देवता विश्वकर्मा मानकर पूजा करते हैं। विश्वकर्मा पूजा मशीनों के प्रति कृतज्ञता जताने का दिन है। जिंदगी को आसान बनाने और रोजीरोटी का जरिया बनने के लिए हम इस दिन मशीनों के प्रति आभार जताते हैं।

15 Sep 2023

सिमरिया (चतरा)। विश्वकर्मा पूजा मशीनों के प्रति कृतज्ञता जताने का दिन है। इस दिन मशीनों की पूजा करते हैं और जीवन को आसान और सरल बनाने वाले मशीनों के प्रति आभार जताते हैं। यह जानकारी कुमार शुभम ने दी जो ईश्वर दयाल सिंह पेट्रोल पंप के संचालक हैं और प्रत्येक वर्ष धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा का आयोजन करते हैं।

सृजन के देवता हैं विश्‍वकर्मा

उन्होंने बताया कि आज का युग मशीन का है। हम मशीनों पर आश्रित हैं। मशीन हमारे जीवन को सिर्फ आसान हीं नहीं बनाता बल्कि आर्थिक उपार्जन का स्रोत भी बनता है। हमारा हरेक पल मशीनों के साथ बीतता है। हम-सब मशीनों के ऋणी है। मशीनों को हम निर्माण और सृजन के देवता विश्वकर्मा मानकर पूजा करते हैं।

मशीनें हैं आज रोजगार का सबसे बड़ा साधन

ट्रक हाइवा एसोसिएशन के अध्यक्ष कामाख्या सिंह ने बताया कि मशीन आज रोजगार के सबसे बड़े साधन हैं। मशीनों का उपयोग घर से लेकर बाहर तक देखा जा सकता है। हर जगह मशीन है हर हाथ में मशीन है। हर दिन मशीन अलग-अलग रूपों में हमारे पास आ रहा है और हमें सहयोग कर रहा है। ऐसे में विश्वकर्मा पूजा पर उनकी आराधना कर उनकी उपयोगिता को नमन करना है।

इसलिए घर-घर होती है मशीनों की पूजा

ऑटो रिक्शा चालक सुरीन ने बताया कि हमारी रोज़ी रोटी हीं इस ऑटो रिक्शा से चलती है हम प्रत्येक वर्ष धूमधाम से विश्वकर्मा पूजा मनाते हैं।

कंप्यूटर सेल और सर्विस के प्रोपराइटर मनोज कुमार ने कहा कि मशीनों ने मुझे रोजगार के साथ एक पहचान दिया है। मशीन आज सबकी जरूरत है। यही कारण है कि विश्वकर्मा पूजा पर अब घर-घर मशीनों की पूजा होती है।