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इंडिया आइडियाज समिट में बोले पीएम मोदी- भारत में निवेश करने के विकल्प व्यापक, कृषि क्षेत्र हुआ ऐतिहासिक सुधार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंडिया आइडियाज समिट (India Ideas Summit 2020) को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में निवेश करने के विकल्प व्यापक हैं। भारत आपको हमारे किसानों की हार्डवर्क में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता है। हमने हाल ही में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं। वर्चुअल समिट की मेजबानी यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (USIBC) द्वारा की जा रही है। इसमें भारत-अमेरिका सहयोग और उनके संबंधों पर चर्चा हो रही है। इस समिट का थीम ‘बेहतर भविष्य का निर्माण’ है और इसी साल काउंसिल के गठन की 45वीं वर्षगांठ भी है। 

विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने यूएसआईबीसी के डिजिटल शिखर सम्मेलन में गवलान मुद्दे पर कहा कि हाल में पीएलए द्वारा शुरू किया गया संघर्ष चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अस्वीकार्य व्यवहार का उदाहरण है। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि 20 भारतीय सैनिकों की मौत से अमेरिका को काफी दुख हुआ है। पोम्पियो ने भारत को महत्वपूर्ण साझीदार और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की विदेश नीति का मुख्य स्तंभ बताया। 

PM Modi At India Ideas Summit 2020 Live Updates:

 पीएम मोदी ने कहा कि कृषि मशीनरी, कृषि आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, खाने-पीने की चीजों, मछली पालन और जैविक उत्पादों में निवेश के अवसर हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में निवेश करने का विकल्प व्यापक है। भारत आपको हमारे किसानों की हार्डवर्क में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता है। हमने हाल ही में कृषि क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार शहर की तुलना में ग्रामीण इंटरनेट उपयोगकर्ता अधिक हैं। भारत में अभी लगभग आधे बिलियन सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं।

 मोदी ने कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान, हमने अपनी अर्थव्यवस्था को अधिक खुला और सुधार उन्मुख बनाने के लिए कई प्रयास किए हैं।

– भारत ‘आत्मानिभर भारत’ के माध्यम से एक समृद्ध दुनिया में योगदान दे रहा है। इसके लिए, हम आपकी साझेदारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ओपन माइंड और ओपन मार्केट दोनों का ही समर्थक है।

– पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक आर्थिक लचीलापन मजबूत घरेलू आर्थिक क्षमताओं द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। इसका मतलब विनिर्माण के लिए घरेलू क्षमता में सुधार, वित्तीय प्रणाली को बेहतर करना और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का विविधीकरण है।

– एस जयशंकर ने कहा कि मैं आर्थिक संबंधों की प्रमुखता को समझता हूं…ये अति आवश्यक मुद्दे हैं। ये वास्तव में देशों को एक-दूसरे से समझौते के प्रमुख आधार हैं। लेकिन मेरा मानना है कि भारत और अमेरिका के बीच हम जहां वाणिज्य मुद्दों के माध्यम से काम करते हैं, हमें बड़ा सोचने की जरुरत है।