Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

कांंग्रेस का हाथ एंटी इंडिया लॉबी के साथ क्यों ?

27/July/2020

Editorial

>>  राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच, राहुल गांधी ने  कहा, भारत का लोकतंत्र संविधान के आधार पर लोगों की आवाज के साथ चलेगा। ङ्कह्य कांग्रेस के कपिल सिब्बल की याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि असंतोष की आवाज को इस तरह दबाया नहीं जा सकता है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि जो विधायकों को लेकर बात की जा रही है, उन्हें अपनी बात रखने का हक है, क्योंकि उन्हें जनता ने चुना है।

>> कांग्रेस के सर्वेसर्वा अपने नाम के आगे गांधी तो उपनाम रखे हुए। महात्मा गांधी रामराज्य की कल्पना करते थे परंतु कांग्रेस के आलोचक कहते थे कि कांग्रेस रोमराज्य या तालिबानी हुकुमत चाहती है। अभी अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं उसकी सच्चाई आज के समाचार अफगान शरणाथी जो भारत आए हैं उसकी दुखभरी गाथा सुनकर समझी जा सकती है। उन्हें सीएए के अंतर्गत नागरिकता दी जायेगी। संविधान और जनता की आवाज का नारा लगाने वाले राहुल गांधी के नेतृत्व में सीएए का क्या हिंसक आंदोलन नहीं हुआ था?

सीएए, एनपीआर के विरोध की आड़ में जो भ्रम और झूठी अफवाहें फैलाई गई और उसके कारण जो हिंसक प्रदर्शन हुए, जिन्ना वाली आजादी के नारे लगे, पीएम मोदी को कातिल तक कहा गया, शाहीनबाग के छोटे-छोटे बच्चों में हिंसा अलगवाद के जो जहर घोले गये तथा महिलाओं को आगे कर देश का जो चीर हरण किया गया इन सबसे लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी क्या यही विचार है राहुल गांधी के?

सीएए का विरोध करने वाले हर्ष मंदर पूर्व में  अफजल कसाब को बचाने के लिये कोर्ट गये थे।  उसी अफजल कसाब को आईएसआई का षडयंंत्र था हिन्दू बताकर उसकी हत्या करने का।

>> साकेत गोखले ने राहुल गांधी के निर्देश पर ही राम मंदिर भूमि पूजन रोकने की असफल याचिका दायर की। कपिल सिब्बल ने भी सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान राम मंदिर निर्माण में व्यवधान उपस्थित किया था।

कांग्रेस एक प्रकार से मोदी द्वारा ५ अगस्त को जो भूमि पूजन का आयेाजन किया जा रहा है उसका कोरोना के बहाने से विरोध कर रही है। उनके अनुसार कोरोना काल में धार्मिक कार्यक्रम नहीं होने चाहिेये। जबकि कोरोना काल में ही वाशिंगटन हाऊस में हिन्दू पुजारी ने वैदिक प्रार्थना का पाठ किया। इतना ही नहीं १६ जुलाई २०२० को सुरीनाम के राष्ट्रपति भारतवंशी चंद्रिका प्रसाद संटोकी ने वेदों के मंत्रों के उच्चारण के साथ शपथ ली। उक्त तथ्यों की चर्चा २३ जुलाई २०२० के लोकशक्ति के संपादकीय में की जा चुकी है।

कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है- राहुल गांधी

जम्मू कश्मीर में छपने वाले उर्दू दैनिक अखबार “इंकलाब” ने 12 जुलाई, 2018 को बहुत बड़ा खुलासा किया। फ्रंट पेज पर खबर छापी कि 11 जुलाई को राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ ‘सीक्रेट मीटिंगÓ में कहा कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। इसके साथ यह खबर भी छपी है कि राहुल ने कहा कि उनका और उनकी मां का कमिटमेंट है कि मुसलमानों को उनका हक मिलना चाहिए और इससे वो कोई समझौता नहीं कर सकते।

>> मुसलमानों के साथ खड़े हैं राहुल-प्रियंका, डॉ कफील खान को रिहा करानें के लिए कांग्रेस ने चलाया अभियान

दिप्रिंट से बात करते हुए कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय समन्वयक मिन्नत रहमानी ने कहा कि राज्य में पुलिस ने सीएए-एनआरसी के नाम पर मुसलमानों को गिरफ्तार किया है। हमने डॉक्टर कफील खान की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए इसके खिलाफ लडऩे का फैसला किया है

रहमानी ने कहा कि मुसलिमों को पता होना चाहिए कि प्रियंका जी और राहुल जी उनके साथ खड़े हैं, गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा, यूपी (पूर्व) की प्रभारी महासचिव हैं, उन्होंने सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हत्याओं के बाद पिछले साल दिसंबर में राज्य भर में कई यात्राएं कीं और इसके बाद जनवरी में फिर वहां जाकर जेल में बंद प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई थी।

>> भारत पर हिन्दुओं से ज्यादा मुसलमानों और ईसाईयों का हक़ है, शशि थरूर ने किया समर्थन, जानें पूरा मामला

वामपंथी न्यूज़ पोर्टल “द वायर” में एक लेख छपा है, इसको लिखा है बद्री रैना ने, बद्री रैना के मुताबिक, भारत पर मुसलमानों और ईसाइयों ज्यादा अधिकार है, क्योंकि वो अपने मृतकों को जलाते नहीं हैं, बल्कि उन्हें जमीन में दफन करते हैं। बद्री रैना के इस इस परपंच का कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी समर्थन किया है।

 >> 9 दिसंबर, 2006 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों के लिए योजनाओं का संसाधनों पर पहला दावा होना चाहिए ताकि विकास का लाभ उन्हें समान रूप से मिल सके।

“हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अभिनव योजनाओं को तैयार करना होगा कि अल्पसंख्यक, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक, समान रूप से विकास के फल साझा करने के लिए सशक्त हैं । संसाधनों पर उनका पहला दावा होना चाहिए, “उन्होंने यहां राष्ट्रीय विकास परिषद की 52 वीं बैठक में अपने संबोधन में कहा।

क्या हिन्दू विरोध का ही प्रतिफल है:

्र>> “जितना हो सके उतने काफिरों को मार डालो”: आईएसआईएस ने भारत में मुसलमानों को कोरोनावायरस फैलाने और हथियारों को ले जाकर ‘अविश्वासियोंÓ का सफाया करने का आह्वान किया।

यहॉ यह उल्लेखनीय है कि कसाब के ही दूसरे रूप नावेद 5 अगस्त 2015 को जिदां पकड़ा गया था। आतंकी नावेद का कबूलनामा था ‘मैं हिंदूओं को मारने यहां आया हूं, यह सब अल्लाह करा रहा है।

एक अन्य उदाहरण हम पठानकोट आतंकी हमले में शामिल सुसाइड बाम्बर का ले सकते हंै। उसने पाक में बैठी अपनी मां से फोन पर कहा : फि दायीन मिशन पर हूं। उसकी मां ने उससे कहा कि बेटा मरने से पहले खाना खा लेना. जन्नत जायेगा।

अब इसी प्रकार की ट्रेनिंग शिक्षा छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं को सीएए की आड़ में जो प्रदर्शन हुए उनमें दी  गई। इससे स्पष्ट है कि हम भारत को भी पाकिस्तान जैसा आतंकवाद का स्थल बना देना चाहते हैं।

क्या इससे लोकतंत्र मजबूत होगा?

क्या इसी को कहते हैं संविधान बचाना।

Article

कांग्रेस-कयुनिस्टों का हाथ यों है एंटी इंडिया और एंटी हिन्दू लॉबी के साथ?

कांग्रेस अपनी मुस्लिम पार्टी की छवि  को सुधारे यह संदेश दिया गया था  ऐ.के.एंटोनी की रिपोर्ट में। पंरतु उसको  नजर अंदाज करते हुए कयुनिस्ट पार्टी  से हाथ मिलाकर कांग्रेस पार्टी सोनिया  गांधी के निर्देश पर अपनी छवि मुस्लिम  परस्त बनाने में मस्त है।  यह सर्वे में  स्पष्ट हो चुका है  कि जितना पीएम  मोदी के विरोध  के नाम पर उन्हें  अपमानित किया  जायेगा मौत के  सौदागर से लेकर  मोदी नीच है वाया चौकीदार चोर है के  ईर्द-गिर्द चक्कर लगाते रहेंगे तब तक कांग्रेस  का उद्धार नहीं है।

 

इस संदर्भ में यहॉ कुछ समाचारों का  उल्लेख किया गया है :  फरवरी 19, 2020  आतंकी कसाब को हिंदू के तौर पर  मारना चाहती थी ढ्ढस्ढ्ढ-राकेश मारिया  मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश  मारिया ने अपनी किताब में कसाब को  लेकर कई खुलासे किए हैंज्.किताब में  उन्होंने साल 2008 में हुए मुंबई हमले को  लेकर कई बड़े खुलासे किए हैंज्.

पुलिस अधिकारी राकेश मारिया ने अपने किताब के जरिये दावा किया है कि  कसाब शुरू में आतंकी गतिविधियों को  लेकर लश्कर-ए-तैयबा में शामिल नहीं  हुआ थाज्.  आतंकी कसाब लूटपाट के लिए  लश्कर में शामिल हुआ था और उसका  जिहाद से कोई लेना-देना नहीं थाज् हालांकि  ऐसी शिक्षा दी गयी थी, ताकि कसाब को  भरोसा हो जाए कि भारत में मुसलमानों को  नमाज पढऩे की अनुमति नहीं हैज्जब उसने  मस्जिद में नमाज होते देखी तो उसे इस पर  यकीन नहीं हुआ..  किताब में ये भी दावा किया गया है कि  पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने  26/11 हमले को हिंदू आतंकवाद का  जामा पहनाने की भी कोशिश की थी..  हमलावरों को हिंदू साबित करने के लिए  उनके साथ हिंदू नाम वाले फर्जी आईकार्ड  भेजे गए थेज् कसाब के पास भी एक ऐसा  ही आईकार्ड मिला था, जिस पर उसका  नाम समीर चौधरी लिखा हुआ थाज्.  इस किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए  केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि  कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद के नाम पर देश  को गुमराह करने की कोशिश की थीज्  उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा कांग्रेस  को साल 2014 औऱ 2019 में भुगतना  पड़ाज्  मुंबई धमाकों के आरोपी और  अंडरवल्र्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के  दाहिने हाथ माने जाने वाला छोटा शकील  मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश  मारिया के इस दावे को गलत बताया है कि  26/11 के हमलावर मोहमद अजमल  आमिर कसाब को मारने के लिए दाऊद  गैंग ने सुपारी ली थीज्.

राकेश मारिया ने  लिखा है कि कसाब को हिंदू आतंकवादी  साबित करने के लिए उसे मारने की  साजिश थी.  कसाब अगर हमले के दिन ही मारा  जाता तो शायद लश्कर-ए-तैयबा अपने  मकसद में कामयाब हो जाता  अगर  कसाब को पुलिस हमले की रात ही मार  गिराती तो शायद दुनिया उसे हिंदू आतंक के  रूप में देखती और वो अजमल कसाब  नहीं, बल्कि समीर दिनेश चौधरी के नाम  से जाना जाता.  गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2008 को  हुए मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की  जान गई थीज्. वहीं, 300 से अधिक लोग  घायल हो गए थेज् इस हमले में आतंकी  कसाब जिंदा पकड़ा गया और 21 नवंबर  2012 को फांसी पर लटका दिया गया.. वो  पहला विदेशी था जिसे भारत में फांसी की  सजा दी गईज्

 वामपंथी न्यूज़ पोर्टल “द वायर” में  एक लेख छपा है, इसको लिखा है बद्री रैना  ने, बद्री रैना के मुताबिक, भारत पर  मुसलमानों और ईसाइयों ज्यादा अधिकार  है, योंकि वो अपने मृतकों को जलाते नहीं  हैं, बल्कि उन्हें जमीन में दफन करते हैं।  बद्री रैना के इस इस परपंच का कांग्रेस  सांसद शशि थरूर ने भी समर्थन किया है।  बद्री रैना ने “द वायर” में एक ड्राइवर  के हवाले से सारा परपंच गढ़ा है, रैना के  मुताबिक, ड्राइवर की शल अमेरिका के  दिवंगत सोलहवें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन  से मिलती थी, उ

ार प्रदेश के एक ट्रिप के  दौरान मुलाकात हुई थी।  बद्री रैना का ये लेख कांग्रेस सांसद  शशि थरूर को रास आ गया। थरूर ने  ट्विटर पर इस लेख को शेयर करते हुए  सवाल दाग दिया कि जिन लोगों के शरीर  से हमारे देश की मिट्टी उर्वर बनती है, या  उनका हमारे देश पर ज्यादा हक नहीं है?  हालाँकि शशि थरूर ने इस लेख का  समर्थन किया है अर्थात माना है कि भारत  पर हिन्दुओं से ज्यादा मुसलमानों और  ईसाईयों का हक़ है, इससे किसी को हैरानी  नहीं होनी चाहिए। योंकि इससे पहले  कांग्रेस नेता डॉ. मनमोहन सिंह ने  प्रधानमंत्री रहते हुए कहा था कि देश के  संसाधनों पर सबसे पहला हक मुसलमानों  का है। 

> मुसलमानों के साथ खड़े हैं राहुल

प्रियंका, डॉ कफील खान को रिहा  करानें के लिए कांग्रेस ने चलाया  अभियान  दिप्रिंट से बात करते हुए कांग्रेस के  अल्पसंयक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय समन्वयक  मिन्नत रहमानी ने कहा कि राज्य में पुलिस  ने सीएए-एनआरसी के नाम पर मुसलमानों  को गिरतार किया है। हमने डॉटर कफील  खान की गिरतारी का विरोध करते हुए  इसके खिलाफ लडऩे का फैसला किया है  रहमानी ने कहा कि मुसलिमों को पता  होना चाहिए कि प्रियंका जी और राहुल जी  उनके साथ खड़े हैं, गौरतलब है कि प्रियंका  गांधी वाड्रा, यूपी (पूर्व) की प्रभारी  महासचिव हैं, उन्होंने सीएए विरोधी  प्रदर्शनों के दौरान हुई हत्याओं के बाद  पिछले साल दिसंबर में राज्य भर में कई  यात्राएं कीं और इसके बाद जनवरी में फिर  वहां जाकर जेल में बंद प्रदर्शनकारियों के  साथ एकजुटता दिखाई थी।  बता दें कि डॉ कफील खान पर पिछले  साल 12 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम  यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन  अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान  भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। उ

ार  प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ)  ने कफील को जनवरी में मुंबई से गिरतार  किया था। कफील खान पर राष्ट्रीय सुरक्षा  कानून  लगा हुआ है। डॉ कफील  खान इस समय मथुरा जेल में बंद हैं।

एंटी इंडिया लॉबी के आंदोलनों से या लोकतंत्र होगा मजबूत? 

>> शहीद जवान की पत्नी ने छ्वहृ स्कॉलर साजिद  सईद को लताड़ा, कहा- देशद्रोह में तुंरत हो सजा  26 जुलाई: भारतीय सेना के खिलाफ आप

िाजनक  ट्वीट करनें वाले जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ( जेएनयू  ) के स्कॉलर साजिद बिन सईद  को बलिदानी छ्वहृ ने लताड़ा है  और देशद्रोह के तहत तुरंत सजा  की मांग की है।  शहीद रवि खन्ना की पत्नी निर्मल  खन्ना ने कहा कि कु

ो भी ‘टुकड़ेटु  कड़े गैंगÓ से अच्छे हैं। उन्होंने  कहा कि ऐसे लोगों को देशद्रोह  क़ानून के अंतर्गत तुरंत सज़ा दी  जानी चाहिए। बतातें चलें कि जेएनयू छात्र सईद ने भारतीय  सेना और आरएसएस पर कश्मीरियों के विनाशकारी  नरसंहार Óका आरोप लगाया था। 

कांग्रेस ने २०१९ के लोकसभा चुनाव के  घोषणापत्र में यह घोषणा की थी कि वह साा में  आई तो देशद्रोह कानून को समाप्त कर देगी।  इसीलिये देशद्रोह के मुकदमें जिन लोगों पर चल रहे हंै  वे कांग्रेस के राहुल गांधी के चहेते युवा ब्रिगेड हैं। गुजरात  के हार्दिक पटेल गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बन  गये और कन्हैय्या कुमार तो राहुल गांधी के लिये असम  विधानसभा चुनाव के समय पोस्टर बॉय थे।  जेएनयू में भारत की बर्बादी तक संघर्ष रहेगा जारी और  जो आजादी के नारे लगाये थे उसके दूसरे दिन राहुल गांधी  केजरीवाल और अन्य नेताओं के साथ टुकड़े-टुकड़े गैंग  की पीठ थपथपाने के लिये पहुंचे थे। 

अर्थात कांग्रेस की दृष्टि में देशविरोधी नारे लगाा  अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है परंतु ठीक इसके विपरीत  राजस्थान कांग्रेस के उपमुयमंत्री और राजस्थान  कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने तथा अन्य  कुछ विधायकों ने जब सीएम गहलोत के विरूद्ध  आवाज उठाई तो कांग्रेस की गहलोत सरकार ने  सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देश पर उन पर  देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया। 

अर्थात कांग्रेस पार्टी में विरोध व्यक्त करना कांग्रेस की  दृष्टि में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं देशद्रोह है इसी मुद्दे  को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को बहस होने वाली है।  कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे मुखर्जी ने विरोधप्रदर्शनो  ं के हवाले से कहा था उनका मानना था कि  देश में शांतिपूर्ण आंदोलनों की मौजूदा लहर एक  बार फिर हमारे लोकतंत्र की जड़ों को गहरा और  मजबूत बनाएगी। 

सीएए-एनपीआर के विरोध की आड़ में जो भ्रम और  झूठी अफवाहे गई और उसके कारण जो हिंसक प्रदर्शन हुए  जिन्ना वाली आजादी के नारे लगे , शाहीन बाग में छोटेछोटे  बच्चों के जहन में हिंसा, अलगाववाद के जो जहर  घोले गये तथा महिलाओं को आगे कर देश का जो  चीरहरण किया गया या इन सबसे लोकतंत्र को मजबूती  मिलेगी? 

>> हम तीन दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद  को झेल रहे हैं। पाकिस्तान अपने यहॉ छोटे-छोटे बच्चों को  आतंकवाद की ट्रेनिंग दे रहा है। इससे अब पाकिस्तान खुद  भी परेशान है। इसीकारण वह पेशावर तथा अन्य स्थानों पर  डीरेडिलाईजेशन सेंटर खोल रहा है।  कांग्रेस के आलोचकों का कहना है कि कांग्रेस  के शासनकाल में एंटी विरोधी लॉबी को प्रोत्साहन  मिला है।  वहॉ बच्चों को जिहाद के लिये किस प्रकार से  उकसाया जा रहा है इसके दो ही उदाहरण देना पर्याप्त है।  :

>> 5 अगस्त 2015 को भारत में पकड़े गये  पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद ने कैमरे पर कबूल किया  कि हिन्दुओं क मारने में उसे मज़ा आता है  नावेद ने यह भी कहा कि “मैं अपना बदला लेने के  लिए आया था। मैं केवल अल्लाह का काम कर रहा हूं,”  :

 >> दूसरा उदाहरण हम पठानकोट आतंकी हमले में  शामिल सुसाइड बाबर का ले सकते हंै। उसने पाक में  बैठी अपनी मां से फोन पर कहा – फिदायीन मिशन पर हूं।  उसकी मां ने उससे कहा कि बेटा मरने से पहले खाना खा  लेना. जन्नत जायेगा।  अब इसी प्रकार की ट्रेनिंग शिक्षा छोटे-छोटे बच्चों और  महिलाओं को सीएए की आड़ में जो प्रदर्शन हो रहे हैं उनमें  दी जा रही है। इससे स्पष्ट है कि हम भारत को भी  पाकिस्तान जैसा आतंकवाद का स्थल बना देना चाहते हैं।  क्या इससे लोकतंत्र मजबूत होगा?

 दिल्ली दंगों की जांच में खुलासा, पीएफआई के संपर्क  में थे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेता –  दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने कट्टरपंथी संगठन  पीएफआई के सरगना परवेज़ और सेक्रेटरी इलियास को  गिरतार किया है। दोनों पर शाहीन बाग प्रदर्शन की फंडिंग  और दिल्ली में हुए दंगों को भड़काने का आरोप है। इन दोनों  का संबंध आईएसआईएस से जुड़ी दंप

िा से था, वहीं  इनकी पहुंच आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं तक  थी, जो कॉल, मैसेज और व्हाट्सएप के जरिए जुड़े हुए थे। 

>> पीएफआई ने अब बयान जारी कर कहा है कि  मुसलमानों की गिर$तारी का विरोध होना चाहिये। 

>> प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिपोर्ट के मुताबिक  आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के तार  भी पीएफआई से जुड़े हुए थे। संजय सिंह पीएफआई के  अध्यक्ष मोहमद परवेज अहमद से लगातार संपर्क में थे।  ईडी ने कहा है कि संजय सिंह और परवेज के बीच  व्हाट्सएप चैट भी की गई है। इसके अलावा दोनों ने एक-  दूसरे से मुलाकात भी की थी।  >> ईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भीम आर्मी और  कांग्रेस के नेता उदिज राज के भी क्कस्नढ्ढ से संबंध थे।

 >> दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि मोहमद  परवेज़ कांग्रेस के कई नेताओं से संपर्क में था।

 >> सीएए विरोध – दिल्ली हिंसा के तार पाकिस्तान और  इटली से जुड़े वाया कांग्रेस ्र्रक्क हर्ष मंदर ।  सीएए का विरोध करने और तीन भाजपा नेताओं पर  भड़काऊ भाषण देने और उनपर एफआईदर्ज करने की मांग  करने वाले हर्ष पूर्व में अजमल कसाब को बचाने के लिए  कोर्ट गए थे।

  >> सीएए के विरोध की शुरूआत 14 दिसंबर को  रामलीला मैदान में कांग्रेस द्वारा आयोजित भारत बचाओ  रैली से हुई थी। यदि हेट स्पीच के संबंध में च