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BCCL को अगले 5 साल में सौ मिलियन टन कोयला उत्पादन का दिया गया लक्ष्य, सीतारामपुर को लेकर ये है योजना

बीसीसीएल को आने वाले पांच साल में सौ मिलियन टन कोयला उत्पादन करने का टारगेट मिला है। ये बात कोल इंडिया चेयरमैन ने धनबाद के दौरे के दौरान कही। इतना ही नहीं बीसीसीएल को जल्द ही कल्याणेश्वरी कोल ब्लॉक पर खनन की अनुमति भी मिलेगी। अगर उसे सीतारामपुर का खदान मिल गया तो दोनों खदानों से दनादन कोयला निकलने लगेगा।

05 Oct 2023

धनबाद। बीसीसीएल को आने वाले पांच साल में सौ मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए कोयला मंत्रालय की ओर से कहा गया है। इसमें सबसे अधिक डिमांड कोकिंग कोल की है। बीसीसीएल (BCL) को मौजूदा समय में 41 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया है। कोल इंडिया चेयरमैन ने धनबाद दौरे के क्रम में बुधवार शाम को कहा कि बीसीसीएल को जल्द ही कल्याणेश्वरी कोल ब्लॉक पर खनन की अनुमति मिलेगी। इसको लेकर काम किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में काफी कोकिंग कोल का भंडार है। सीतारामपुर कोल ब्लॉक की बात है तो बीसीसीएल के चांच विक्टोरिया एरिया बारह में कल्याणेश्वरी कोल ब्लॉक है। एनएच के किनारे है। ओबी डंप करने की पर्याप्त जगह नहीं है। अगर सीतारामपुर की खदान मिल गया तो दोनों खदानों से दनादन कोयला निकलने लगेगा।

कोल मंत्रालय की अनुमति का इतजार

इधर बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता भी सेल के साथ रामनगर में दामागोडिया प्रोजेक्ट के विस्तार को लेकर संयुक्त भागीदारी में काम करने को लेकर पहल की है। जिस पर सेल ने करार करने को तैयार है। बस मंत्रालय के अनुमति मिलना बाकी है। बीसीसीएल ने ईसीएल की सीतारामपुर कोल ब्लॉक पर भी अपना दावा बना कर रखा है। चूंकि इसके ठीक बगल में बीसीसीएल के पास पहले से कल्याणेश्वरी कोल ब्लॉक है। भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है कि कल्याणेश्वरी कोल ब्लॉक से उत्पादन नहीं हो पा रहा है। सीतारामपुर मिलने से दोनों कोल ब्लॉक सट जाएंगे, क्षेत्रफल बढ़ जाएगा। सिर्फ कल्याणेश्वरी की खदान से करीब 305 मिलियन टन से अधिक कोकिंग कोल निकल जाएगा।

संताल परगना का ब्लॉक किया वापस

बीसीसीएल ने दरअसल, 2018 में बीसीसीएल को संताल परगना एवं भागलपुर में कोल ब्लॉक मिला था तो कोयला भवन के सामने होर्डिंग्स लगाकर कोयला मंत्रालय का आभार व्यक्त किया गया था।

बीसीसीएल को लगा था कि अब उत्पादन और लाभ का आंकड़ा ऊपर की ओर बढ़ता देख उसे वापस कर दिया। संताल के पीरपैंती एवं धुलियानार्थ कोल ब्लॉक में जी-12 ग्रेड का कोयला मिला।