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आंगनबाड़ी केंद्र पर लटके मिले ताले, बच्चे ही लगाते हैं झाड़ू, स्कूल स्टाफ गायब

छिंदवाड़ा जिले के लिंगा में आंगनबाड़ी केंद्र पर ताले लटके मिले। स्कूल का ताला खोलकर बच्चे झाड़ू लगाते हुए नजर आए। वहीं, स्कूल स्टाफ गायब नजर आया।

08 Dec 2023

छिंदवाड़ा : जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित लिंगा में जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह लचर नजर आ रही है। मॉनिटरिंग का ढिंढोरा पीटने वाले अधिकारियों ने मौका स्थिति से दूरी बना रखी है, जिसका भरपूर फायदा कर्मचारियों को मिल रहा है। अपनी मनमर्जी से संस्था का संचालन किया जा रहा है। गुरुवार को स्थिति जानने के लिए जनपद सदस्य विपिन कराड़े मैदान में उतरे। उन्होंने विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों व माध्यमिक शाला का औचक निरीक्षण किया, जिसमें अनेकों खामियां मिलीं। लापरवाही मिलने पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को फोन लगाकर सूचना दी। इस दौरान सरपंच रुपेश कराड़े, विनोद जूनघरे, प्रतीक चौरे और शुभाष भोजने सहित अन्य मौजूद रहे।बता दें कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में आए दिन लेटलतीफी की शिकायत मिलने पर जनपद सदस्य विपिन कराड़े व सरपंच रुपेश कराड़े विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्र का जायजा लिया। आंगनबाड़ी खुलने का समय सुबह 9.30 है। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी क्रमांक 1 तो खुल गई, लेकिन यहां 10.30 बजे तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनुपस्थित थीं। जबकि सहायिका पहुंच चुकी थीं। बच्चों की उपस्थिति भी शून्य थी। आंगनबाड़ी परिसर के आसपास गन्दगी का आलम था, जबकि 10.30 बजे तक केंद्र क्रमांक 2, 3 व 4 में ताला लटका हुआ था।

इधर, नियमानुसार नैनिहालों को 10.30 बजे नाश्ता दिया जाना है। लेकिन स्व-सहायता समूह की मनमर्जी के कारण निर्धारित समय पर बच्चों के लिए नाश्ता नहीं पंहुचा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बच्चों के लिए कभी-कभार ही नाश्ता बनाया जाता है। वह भी बच्चों को दोपहर में दिया जाता है। अनियमितता मिलने पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। तत्काल संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर इसकी सूचना दी और व्यवस्था दुरुस्त करने की बात कही। पर्यवेक्षक कविता शिराते ने कहा, लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है।

शासकीय स्कूलों में बच्चों का भविष्य खतरे में है, यह कहना गलत नहीं होगा। इसका जीता जागता उदाहरण शासकीय माध्यमिक शाला लिंगा में नजर आ जाएगा। यहां पर बच्चे तो समय पर स्कूल पहुंच जाते हैं। लेकिन शिक्षकों ने स्कूल समय पर न आने का रिवाज बना लिया है। गुरुवार को निरीक्षण के दौरान यहां के हालात चौंकाने वाले नजर आए। बच्चे स्कूल का ताला खोलकर शिक्षकों के आने का इंतजार कर रहे थे। वहीं, कुछ बच्चे स्कूल में झाड़ू लगा रहे थे। पूछने पर बताया गया कि प्रतिदिन बच्चों का शेड्यूल बना दिया गया है। हर दिन बच्चे अपनी बारी आने पर स्कूल की सफाई करते हैं। 10.40 के बाद स्कूल स्टाफ पहुंचा। उसके बाद बच्चों ने प्रार्थना की। यहां पर आए दिनों अनियमितताए हावी है। बीआरसी संगीत जैन का कहना है कि जनपद सदस्य के द्वारा मुझे फोन पर इस संबंध में जानकारी दी गई है। मैं कल स्कूल आकर जांच करता हूं।