सूत्रों के मुताबिक सरकार सितंबर माह से देशभर में सभी स्कूलों को खोलने की अनुमति दे सकती है। स्कूल खोलने को लेकर अभी जो प्रस्तावित योजना है, उनमें 10वीं और 12 वीं के छात्रों को पहले बुलाया जा सकता है, जिन्हें रोटेशन के अनुसार हफ्ते में दो से तीन दिन ही स्कूल आना होगा। जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होगी, वैसे-वैसे बाकी कक्षाओं के छात्रों को भी बुलाने का फैसला लिया जा सकता है। स्कूलों को खोलने का यह एलान 15 अगस्त के बाद हो सकता है। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मौजूदा समय में कई कार्य स्थल को खोलने की अनुमति दी जा चुकी है तो स्कूलों को भी सेफ्टी गाइडलाइन के साथ शुरू किया जा सकता है। इसे लेकर स्कूलों की जवाबदेही भी तय की जाए ताकि कोई भी सेफ्टी गाइडलाइन का उल्लंघन न कर सके। स्कूलों के लिए यह सेफ्टी गाइडलाइन एनसीईआरटी ने तैयार की है। इसमें बच्चों के बीच की दूरी दो गज रखने, मास्क लगाने, हाथ को साबुन से साफ रखने, क्लास को हर दिन सैनिटाइज करने, असेंबली आयोजित नहीं करने, हाथ धुले बगैर बच्चों को कुछ भी नहीं खाने को लेकर जागरूक करने आदि पर सुझाव दिए गए हैं। स्कूलों को खोलने को लेकर यह हलचल इसलिए भी शुरू हुई है क्योंकि अब दुनियाभर में स्कूलों को खोला जा रहा है। हाल ही में इंग्लैड ने इसे लेकर खास फैसला लिया है, जिसके तहत अगले महीने से वहां के सभी स्कूल खोले जा रहे हैं और सभी बच्चों के लिए स्कूल जाना अनिवार्य होगा। यदि कोई अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेजता है तो उस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
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