Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

धान के साथ मक्का की बुवाई भी सरगुजा जिले में सौ प्रतिशत से अधिक किसानों ने कर ली है।

खरीफ धान की बुवाई के साथ रोपा लगाने का काम सरगुजा जिले में शत-प्रतिशत पूरा हो चुका है। पहली बार 15 अगस्त से पहले ही किसानों ने धान की रोपाई पूरी कर ली थी। अन्य वर्षो की तुलना में इस बार किसानों ने बड़े आराम से धान की रोपाई की। लगातार मानसून सक्रिय रहा और खेतों में लबालब पानी भरने से किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं आई। समय पर धान की रोपाई होने से अब पूरे जिले में धान की फसल लहलहा रही है। इस बार कीट व्याधियों का प्रकोप भी कम नजर आ रहा है, ऐसे में बंपर उत्पादन की उम्मीद भी किसानों ने लगाई है।  इस बार सही समय पर मानसून पहुंचा और किसानों को इसका अच्छा लाभ मिला। किसानों ने धान की नर्सरी भी जल्दी लगाई और लगातार मूसलाधार बारिश से खेतों में पानी भर गया।इस बार किसान काफी खुश हैं और सही समय पर रोपाई कर उत्साहित भी हैं। इस वर्ष धान का क्षेत्राच्छादन लक्ष्य एक लाख 12 हजार हेक्टेयर रखा गया है।सरगुजा जिले में मानसून सक्रिय होने के बाद 51हजार हेक्टयर में बोता व 61 हजार हेक्टेयर में रोपाई पद्धति से धान की खेती हुई है। इसके साथ ही 13 हजार 900 हेक्टेयर मक्का,2 हजार 550 हेक्टेयर ज्वार, कोदो, कुटकी व अन्य के लिए फसल किसानों ने ली है। इस वर्ष धान के क्षेत्राच्छादन में 2980 हेक्टयर की कमी की गई पर किसानों ने अच्छा मानसून देख निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की फसल ली है। मक्का, ज्वार कोदो कुटकी का रकबा में 1 हजार 910 हेक्टेयर की वृद्धि की गई है।