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डुमरी के किसान झारखंड सरकार से क्यों है नाखुश, जानें पूरा मामला

डुमरी प्रखंड में सरकार द्वारा लैंपस में धान खरीद पर रोक लगा दिया है. इससे प्रखंड के किसान परेशान हैं. लैंपस में धान खरीदारी शुरू नहीं हुआ है. सभी किसान धान को बेचने के बजाय अपने-अपने घरों में रखे हुए हैं. साथ ही सरकार द्वारा धान खरीदने को लेकर खुले बाजार में औने पौने दाम में बेचने की तैयारी में हैं.

इसके लिए किसान लैंपस में सरकार द्वारा धान खरीदारी करने के इंतजार में आस लगाये बैठे हैं. सरकार के इस निर्णय के बाद किसान वर्ग चिंतित और परेशान हैं. डुमरी प्रतिनिधि प्रेम प्रकाश भगत ने किसानों से बात की. उनकी पीड़ा जानने का प्रयास किया है.

किसान फ्रांसिस एक्का ने कहा कि सरकार का यह कदम किसानों को दोहरा नुकसान देने वाला है. धान बेचकर किसान अभी दूसरे फसल या सब्जी खेती करने की तैयारी करते हैं. परंतु मेहनत से उपजे धान को औने पौने दाम में बेचकर और महंगा दाम में सब्जी बीज खरीद कर लगाना किसानों को दोहरा आर्थिक नुकसान है. किसान सतीश साहू ने कहा कि किसानों के सरकार द्वारा धान खरीद पर रोक लगाना दुखदायी बात है.

लैंपस में धान बेचने से किसानों को फायदा होता था. परंतु सरकार के इस निर्णय के बाद किसान लोग मयूस हो गये हैं. लैंपस से धान बीज 300 रूपया पैकेट खरीदते हैं और बेचने के समय 10-12 रूपये खुले बाजार में बेचना पड़ेगा. जहां किसानों को नुकसान होगा. सरकार जल्द से जल्द धान खरीद शुरू कराये.

आनंद एक्का ने कहा कि सरकार की नीति से किसान लोग परेशान हैं. किसान को समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करें. मैं प्रत्येक साल लैंपस में धान बेचता हूं. सरकार द्वारा धान खरीद पर रोक लगाने से नुकसान हो रहा है. धान को खुले बाजार में कम दाम में बेचने से खेती में लगी मेहनत और लगत का सही कीमत नहीं मिल रहा है.