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MP,राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नए CM आज लेंगे शपथ

कांग्रेस पार्टी के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन 3 प्रमुख राज्यों में उसकी सरकार बन रही है. राजस्थान में अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश में कमलनाथ और छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. तीनों राज्यों में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रमुख नेताओं एवं कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है.

राजस्थान की राजधानी जयपुर एवं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आदि शामिल होंगे.

अन्य दलों के नेता भी पहुंचेंगे

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, जदयू के शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूख अब्दुल्ला, टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, सीपीआई, सीपीएम, डीएमके के स्टालिन, आम आदमी पार्टी, सहित विपक्ष के शीर्ष नेता जयपुर एवं भोपाल पहुंच सकते हैं. रायपुर कौन-कौन पहुंचेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है. भोपाल में कई उद्योगपति व साधु-संतों के भी शामिल होने की संभावनाएं हैं.

माया-अखिलेश नहीं जाएंगे

बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भोपाल में कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगी.

विपक्षी एजजुटता का प्रदर्शन

कांग्रेस की कोशिश शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकजुटता दिखाने की है इसलिए उसने भोपाल में भव्य आयोजन की तैयारियां की हैं. यह एक तरह का ‘मेगा शो’ होगा. जंबूरी मैदान में 1 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है साथ ही अनुमान है कि वहां 2 लाख से अधिक लोग पहुंचेंगे. वहां पहले से बने पांच हेलिपेड का उपयोग भी किया जाएगा.

तीनों राज्यों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम

अशोक गहलोत
अल्बर्ट हॉल, जयपुर
सुबह 10:30 बजे

कमलनाथ

जंबूरी मैदान, भोपाल
दोपहर 1:30 बजे

भूपेश बघेल

साइंस कॉलेज मैदान, रायपुर
शाम 4:30 बजे

शिवराज सिंह होंगे शामिल

कमलनाथ अन्य दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों को स्वयं आमंत्रित कर रहे हैं. वे कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को समारोह में आने का आमंत्रण स्वयं देने की बात कह चुके हैं. वहीं, चौहान ने भी कहा कि लोकतंत्र की मर्यादा है, अगर वे सम्मानपूर्वक आमंत्रित करते हैं तो मैं जरूर जाऊंगा.