पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद भारत के साथ कई बार बातचीत शुरू करने की इच्छा जताने वाले पूर्व क्रिकेटर इमरान खान को भारत ने आईना दिखा दिया है। भारत ने न सिर्फ उनकी पेशकश को अपने देश के वित्तीय संकट से ध्यान भटकाने के लिए करार दिया है, बल्कि उनसे कुछ बेहद चुभने वाले सवाल भी पूछे हैं। भारत ने कहा है कि अगर इमरान खान वार्ता के लिए गंभीर हैं, तो वह अभी तक आतंकी संगठनों के खिलाफ कदम क्यों नहीं उठा रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार से जब पाकिस्तान के पीएम खान के प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि, पता नहीं इमरान खान किस तरह की बात कर रहे हैं। एक तरफ तो वह भारत से बातचीत शुरू करना चाहते हैं, लेकिन दूसरी तरफ उनकी पार्टी के लोग व मंत्री अंतरराष्ट्रीय आतंकियों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। इस संदर्भ में हम उनसे कुछ सवाल पूछना चाहेंगे।
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