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मोदी के पास अब सिर्फ 20 दिन बचे हैं,इसलिए डरने की जरूरत नहीं:ममता बनर्जी

आम आदमी पार्टी (AAP) की रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  ने बुधवार को केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अब सिर्फ 20 दिन बचे हैं, इसलिए डरने की जरूरत नहीं है. विपक्षी एकता अगले चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल कर देगी.

दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित आप की रैली में ममता बनर्जी ने कहा, ‘संभवत: मार्च महीने की शुरुआत में आम चुनाव की घोषणा हो जाएगी. इसके बाद निर्णय लेने की ताकत चुनाव आयोग के पास चली जाएगी. तब केंद्र सरकार राज्यों पर किसी तरह का दबाव नहीं बना पाएगी.’ कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से सीबीआई की पूछताछ पर ममता ने कहा कि केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को डराने के लिए कर रही है. मगर, विपक्षी नेता इस तरह के प्रयासों से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्ष राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट होकर लड़ेगा. ममता ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी को समर्थन देगी.

केंद्र सरकार आर्थिक मोर्चे पर विफल: चंद्रबाबू

रैली में पहुंचे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार आर्थिक मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है. चाहे विमुद्रीकरण हो या जीएसटी को लागू करने का मामला, आम आदमी को सिर्फ परेशानी हुई है. उन्होंने कहा कि देश की भलाई के लिए केंद्र की वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकना जरूरी है.

​यूपी में खाता नहीं खोल पाएगी भाजपा: रामगोपाल

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि आगामी आम चुनाव में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और भाजपा राज्य में अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी. सपा-बसपा-रालोद गठबंधन प्रदेश में ऐसी स्थिति बनाएगा कि प्रधानमंत्री मोदी को वाराणसी के अलावा दूसरी सीट भी तलाश करनी होगी.

बेहतर भारत के लिए सत्ता परिवर्तन जरूरी: येचुरी

‘आप’ की रैली में शामिल माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि बेहतर भारत के लिए मौजूदा केंद्र सरकार को बदलने की जरूरत है. भाजपा जातिवाद और सांप्रदायिकता के आधार पर समाज को बांटने में लगी है. वहीं, भाकपा के डी. राजा ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से संविधान खतरे में है. मोदी के शासन में संसद की भूमिका को भी नजरअंदाज किया गया.

इन नेताओं ने भी साधा केंद्र पर निशाना

रैली में एनसीपी के शरद पवार, एलजेडी प्रमुख शरद यादव, डीएमके सांसद कनिमोई और  अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने भी संबोधित किया. इन सभी नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों पर निशाना साधते हुए कई सवाल खड़े किए.

ममता के आने से पहले चले गए वाम नेता

रैली में भले ही ममता बनर्जी और वामदलों के नेता मौजूद रहे, लेकिन दोनों के बीच दूरियां भी साफ नजर आईं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पहुंचने के कुछ मिनट पहले ही भाकपा के डी. राजा और माकपा के सीताराम येचुरी मंच से उतर गए.