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माँ जगदंबा, कंदरिया महादेव मंदिर प्रांगण में शुरू हुआ 47वां खजुराहो नृत्य समारोह


माँ जगदंबा, कंदरिया महादेव मंदिर प्रांगण में शुरू हुआ 47वां खजुराहो नृत्य समारोह


मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने खजुराहो नृत्य समारोह का किया शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलाकारों का किया वर्चुअल स्वागत 


भोपाल : शनिवार, फरवरी 20, 2021, 22:56 IST

संस्कृति, पर्यटन एवं आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने शनिवार को विश्व विख्यात खजुराहो नृत्य उत्सव के 47वें समारोह का शुभारंभ किया। इस आयोजन की मुख्य विशेषता यह रही कि 44 वर्षों के बाद 47वें खजुराहो नृत्य महोत्सव का आयोजन माँ जगदंबा और कंदरिया महादेव मंदिर के प्रांगण में किया गया है।मंत्री सुश्री ठाकुर ने खजुराहो नृत्य महोत्सव का शुभारंभ कर कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों से मुक्ति का संदेश देता यह आयोजन न सिर्फ आर्थिक उपार्जन की गतिविधियों को सुदृढ़ कर रहा है अपितु जनमानस को सामान्य जीवन की ओर भी अग्रसर कर रहा है। उन्होंने कहा कि खजुराहो चंदेलकालीन अमूल्य धरोहर की गाथा है। यह भारतीय मूल दर्शन का चित्रण है। इसमें अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष विद्यमान है। खजुराहो शाक्य, शिव और वैष्णव के अद्भुत संगम की स्थली है। वर्ष 1838 में ब्रिटिश कैप्टन मिस्टर बट ने खजुराहो को तलाशा।उन्होंने कहा कि खजुराहो वास्तविक भारत की बाह्य जगत से अंतर जगत की यात्रा का साक्षात प्रमाण है। भारतीय वैदिक जीवन पद्धति दिव्य, विराट और सभी को समाहित करके चलने वाली है। उन्होंने नागरिकों का आव्हान करते हुए कहा कि आप सुझाव एवं मार्गदर्शन करें। स्थानीय लोगों की सहभागिता से ही संस्कृति पुरातत्व चर्मोत्कर्ष तक पहुँचेगा। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी में भारत जगत गुरू बनने की ओर अग्रसर है। हमें भारतीय वैदिक जीवन पद्धति को अपनाना होगा।मुख्यमंत्री श्री चौहान का वर्चुअल संदेशमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व प्रसिद्ध खजुराहो नृत्य समारोह के शुभारंभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। साथ ही उन्होंने समारोह में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों का हृदय से स्वागत किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि खजुराहो नृत्य समारोह केवल एक आयोजन नहीं है अपितु यह उपासना भी है तथा साधना और आराधना भी।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि इस बार का नृत्य समारोह विशेष होगा। नृत्य का यह प्रतिष्ठा आयोजन वर्ष 1975 में खजुराहो मंदिर प्रांगण में प्रारंभ हुआ था। प्रारंभिक वर्षों में यह प्रांगण के अंदर ही आयोजित होता था, परंतु बाद में पुरातात्विक कारणों से इसका आयोजन प्रांगण के बाहर किया जाने लगा। पुरातत्व विभाग की अनुमति मिलने पर इस वर्ष समारोह का आयोजन मंदिर प्रांगण में ही हो रहा है।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष खजुराहो नृत्य समारोह का 47वां आयोजन है। आयोजन के 50 वर्ष पूर्ण हो जाने पर इसे और भव्यता प्रदान की जाएगी।  प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला ने 7 दिवसीय खजुराहो नृत्य समारोह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर उस्ताद अलाउद्दीन खॉ संगीत एवं कला अकादमी भोपाल द्वारा ललित कला पुरस्कार की 10 विभिन्न क्षेत्रों के लिए मूर्धन्य कलाकार प्रतिभाओं को पुरस्कार प्रदान कर शाल-श्रीफल से सम्मान किया गया। प्रत्येक पुरस्कार के लिए 51 हजार रूपए की राशि दी गई। आभार प्रदर्शन संस्कृति विभाग के संचालक अदिति त्रिपाठी ने माना। खजुराहो नृत्य समारोह के पहले दिन विभिन्न कलाकारों द्वारा नृत्य की आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई।इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सागर श्री पाटिल, डीआईजी श्री विवेकराज सिंह, कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह, एसपी श्री सचिन शर्मा, एएसआई श्री सुदीप नयन सहित संस्कृति संचालक अदिति जोशी उपस्थित थे।


अनुराग उइके