जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में मध्यरात्री करीब 12 बजे से चल रही मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकवादी मारे गए हैं. बताया जा रहा है कि इस एनकाउंटर में पुलवामा सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमले का मास्टरमाइंड गाजी रशीद भी मारा गया है. मुठभेड़ में कामरान नामक एक अन्य आतंकवादी को भी मार गिराया गया है. खबरों की मानें तो अभी भी 5 आतंकवादी इस इलाके में छिपे हुए हैं. मुठभेड़ में जैश प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का भतीजा मोहम्मद उमर भी फंसा हुआ है. वहीं इस मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर समेत 4 जवान शहीद हो गए. शहीदों में मेजर डी.एस. ढौंडियाल, हवलदार शियो राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह थे.
एजेसियों के हवाले से बताया जा रहा है कि गाजी जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर के सबसे विश्वसनीय करीबियों में से एक है. गाजी को युद्ध तकनीक और IED बनाने का प्रशिक्षण तालिबान से मिला है और इस काम के लिए उसे जैश का सबसे भरोसेमंद माना जाता है. गाजी रशीद ही पुलवामा का मुख्य साजिशकर्ता था, जबकि कामरान भी उसके साथ हमले की साजिश में शामिल था. वह 9 दिसंबर को ही सीमा पार कर कश्मीर में घुस आया था. पुलवामा हमले के बाद सुरक्षा बलों ने उसे पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया था.
एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों ने उस इमारत को बम से उड़ा दिया जिसमें आतंकी छिपे थे. बताया जा रहा है कि पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले के बाद कामरान और गाजी रशीद वहां से भागने में सफल रहे थे. इस हमले के दौरान आतंकी मोहम्मद आदिल डार ने धमाके में खुद को उड़ा लिया था. गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में ही हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
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