धर्मांतरण के शिकार हुए मेरठ के लावड़ निवासी के सौरभ गुप्ता की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। 12 साल पहले कोचिंग सेंटर संचालक की बहन ने सौरभ को रिहान बनाकर खतौली की शादमा से दोस्ती कराई। शादमा की मुहब्बत में वह खतौली में ही बस गया। 40-40 दिन की जमात में तीन बार गया और नमाज पढ़ी। मुस्लिम समुदाय के त्योहार मनाए। खतौली के फुलत में मौलाना कलीम ने उसका धर्मांतरण कराया। एटीएस ने सौरभ, सुशील जैन समेत तीन लोगों से इस बारे में जानकारी जुटाई है।
बता दें कि एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी को रिमांड पर लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटा ली है। आठ साल पहले खतौली में धर्मांतरण के मामले में मौलाना के खिलाफ लावड़ का सौरभ गुप्ता गवाही दे सकता है। एटीएस सौरभ को अपने साथ लेकर गई है। आठ साल पहले सौरभ और उसके एक साथी का धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी सुरक्षा एजेंसी को मिली, जिसकी पड़ताल की जा रही है। अवैध धर्मांतरण और विदेश से फंडिंग लेने के मामले में फुलत के मौलाना कलीम सिद्दीकी को पांच दिन पहले एटीएस ने गिरफ्तार किया था।
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