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आनंद गिरि सहित तीनों आरोपियों की रिमांड पूरी, CBI ने नैनी सेंट्रल जेल भेजा

प्रयागराज
महंत नरेंद्र गिरि मर्डर (Narendra Giri Murder) मिस्ट्री की जांच कर रही सीबीआई टीम की तीनों आरोपियों से पूछताछ रिमांड की अवधि सोमवार को पूरी हो गई। पिछले 7 दिनों से सीबीआई की टीम महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों से घिरे आनंद गिरि (Anand Giri), मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी को नैनी सेंट्रल जेल से लाकर से प्रयागराज पुलिस लाइन में पूछताछ कर रही थी। रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद सीबीआई की टीम ने तीनों आरोपियों को नैनी सेंट्रल जेल पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेल प्रशासन को सुपुर्द कर दिया।

सीबीआई पूछताछ में कई अहम सबूत लगे हाथ
बीते 20 सितंबर को प्रयागराज के अल्लाहपुर मठ में महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे के अंदर फांसी से लटकती डेड बॉडी मिली थी। हाथ से लिखा हुआ कई पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। इस सुसाइड नोट में आत्महत्या के लिए आनंद गिरि, मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी, बेटे संदीप तिवारी पर आरोप लगाया गया था।

पहले मामले की जांच के लिए प्रयागराज पुलिस ने एक एसआईटी टीम गठित की थी। एसआईटी टीम ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर 14 दिन के न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया था। वहीं, कुछ दिन बाद ही सीबीआई टीम ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अनुमति मांगी थी। जिसमें कोर्ट ने सीबीआई को तीनों आरोपियों से पूछताछ के लिए 7 दिन का रिमांड दी थी। पूछताछ में सीबीआई टीम आरोपी आनंद गिरि को हरिद्वार ले गई थी और वहां से मर्डर मिस्ट्री से जुड़े कई अहम सबूत भी सीबीआई के हाथ लगे हैं।
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आरोपी आनंद गिरि ने अपने आपको बताया निर्दोष
वहीं, आनंद गिरि अपने को इस पूरे मामले में बेगुनाह बताते रहे हैं। आनंद गिरि के वकील विजय द्विवेदी ने बताया कि उनसे जितनी बार भी मुलाकात हुई तो उन्होंने पहले इस पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच का समर्थन किया। उसके बाद कहा कि जांच में सही और गलत सामने आ जाएगा। वकील विजय द्विवेदी ने ये भी बताया कि आनंद गिरि सीबीआई की टीम पर अपना भरोसा जताया है।