इस बार 580 साल बाद (करीब छह सदी बाद) सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण शुक्रवार को पड़ेगा। चंद्रग्रहण शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर शुरू हुआ जो 4 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देगा।
ज्योतिषाचार्य ने बताया…
ज्योतिषाचार्य पांडेय जयंत कुमार जैन ने बताया कि करीब छह सदी बाद ऐसा अद्भुत नजारा होने जा रहा है, जो करीब साढ़े चार घंटे देखा जा सकेगा। चंद्रग्रहण शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर शुरू हुआ जो 4 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण भी होगा। पहले इतना लंबा चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को पड़ा था। आगे यह मौका 8 फरवरी 2669 में आएगा। उन्होंने बताया कि अधिकतम आंशिक चंद्रग्रहण दो बजकर 34 मिनट पर दिखेगा, जब चांद का 97 फीसदी हिस्सा धरती की छाया से ढक जाएगा और इस दौरान चांद सुर्ख लाल नजर आएगा। इस आंशिक चंद्रग्रहण की कुल अवधि 03 घंटा, 28 मिनट और 24 सेकंड रहेगी।
इन इलाकों में देखा जा सकेगा
उन्होंने बताया कि इस दुर्लभ नजारे को अरुणाचल व असम के कुछ इलाकों से देखा जा सकेगा। भारत के यूपी, बिहार, बंगाल, झारखंड व ओडिशा से उपछाया ग्रहण दिखेगा, लेकिन इसकी अवधि बहुत कम होगी। उपछाया ग्रहण कभी-कभार तो यह नजर भी नहीं आता। भारत के अलावा उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया व प्रशांत क्षेत्र में भी आंशिक चंद्रग्रहण दिखाई पड़ेगा।
इस बार 580 साल बाद (करीब छह सदी बाद) सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण शुक्रवार को पड़ेगा। चंद्रग्रहण शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर शुरू हुआ जो 4 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह पूर्वोत्तर भारत के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देगा।
ज्योतिषाचार्य ने बताया…
ज्योतिषाचार्य पांडेय जयंत कुमार जैन ने बताया कि करीब छह सदी बाद ऐसा अद्भुत नजारा होने जा रहा है, जो करीब साढ़े चार घंटे देखा जा सकेगा। चंद्रग्रहण शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर शुरू हुआ जो 4 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण भी होगा। पहले इतना लंबा चंद्र ग्रहण 18 फरवरी 1440 को पड़ा था। आगे यह मौका 8 फरवरी 2669 में आएगा। उन्होंने बताया कि अधिकतम आंशिक चंद्रग्रहण दो बजकर 34 मिनट पर दिखेगा, जब चांद का 97 फीसदी हिस्सा धरती की छाया से ढक जाएगा और इस दौरान चांद सुर्ख लाल नजर आएगा। इस आंशिक चंद्रग्रहण की कुल अवधि 03 घंटा, 28 मिनट और 24 सेकंड रहेगी।
उन्होंने बताया कि इस दुर्लभ नजारे को अरुणाचल व असम के कुछ इलाकों से देखा जा सकेगा। भारत के यूपी, बिहार, बंगाल, झारखंड व ओडिशा से उपछाया ग्रहण दिखेगा, लेकिन इसकी अवधि बहुत कम होगी। उपछाया ग्रहण कभी-कभार तो यह नजर भी नहीं आता। भारत के अलावा उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया व प्रशांत क्षेत्र में भी आंशिक चंद्रग्रहण दिखाई पड़ेगा।
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