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UP Chunav: नोएडा से राजनाथ के बेटे पंकज सिंह को दोबारा मिला बीजपी का टिकट, समझिए क्‍यों जताया पार्टी ने भरोसा

हाइलाइट्सनोएडा सीट पर पंकज सिंह को मिला टिकट। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह। पंकज सिंह ने 2017 में अपना पहला चुनाव नोएडा से ही लड़ा था।नोएडा
गौतमबुद्ध नगर की सभी तीनों विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने शनिवार को अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। पार्टी ने अपने तीनों विधायकों पर ही भरोसा जताते हुए उनको ही कैंडिडेट के तौर पर मैदान में उतारा है। नोएडा सीट पर पंकज सिंह, दादरी से तेजपाल सिंह नागर और जेवर से धीरेंद्र सिंह को टिकट मिला है।

इसका सीधा संदेश यह है कि बीजेपी ने टिकट चयन में यह माना है कि जिले में एंटी-इनकंबेंसी नहीं है। हालांकि इन सीटों पर बीजेपी के 10 से 25 तक और नेताओं की दावेदारी थी। लेकिन इन पर गौर ही नहीं किया गया। बीजेपी ने माहौल की नजाकत को भांपते हुए फैसला लिया ताकि मौजूदा विधायक अपने ही रहें और मजबूती से चुनाव लड़ें जाएं।

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नोएडा
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह ने 2017 में अपना पहला चुनाव नोएडा से लड़ा था। उन्होंने सपा-कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी को 1 लाख से ज्यादा वोट से हराया था। 5 साल उनका कार्यकाल साफ-सुथरी छवि और संगठन में सक्रियता दोबारा टिकट मिलने में प्लस पॉइंट साबित हुई। बाकी दावेदार उनके मुकाबले हल्के थे।

दादरी
तेजपाल नागर ने पिछली बार दादरी के बसपा से दो बार एमएलए रहे सतवीर सिंह गुर्जर को हैट्रिक लगाने से रोका था। तेजपाल जिले के अकिलपुर जागीर गांव में गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पार्टी के भीतर कुछ नेताओं के विरोध के बाद भी बीजेपी ने तेजपाल को टिकट देकर गुर्जर बिरादरी को भी सियासी संदेश देने का काम किया है।

जेवर
धीरेंद्र सिंह ने पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा से न सिर्फ यह सीट छीनने का काम किया था बल्कि हैट्रिक लगा चुके विधायक वेदराम भाटी को 22173 मतों से हराया था। उनके लिए इंटरनैशनल एयरपोर्ट जैसे प्रॉजेक्ट को अपने क्षेत्र में लाना एक बड़ी अचीवमेंट है। इनका पूर्व के चुनाव का भी इसी क्षेत्र से अनुभव है। यहां जातिगत समीकरण भी देखे गए। बीएसपी का और सपा-रालोद गठबंधन के दोनों प्रत्याशी गुर्जर आए हैं।

बदलाव पर दावेदारों में भी फैलता अंसतोष
बीजेपी नेता भरोसा दोहराए जाने को लेकर खुल कर नहीं बोल रहे हैं। लेकिन यह बताते हैं कि दादरी सीट पर 25 से ज्यादा दावेदार थे। अगर टिकट बदलता तो 24 दावेदारों में असंतोष होता। टिकट कटने पर मौजूदा विधायक भी बीजेपी में ही रहते यह भी सवाल था। इसी तरह अन्य सीट पर भी दावेदार थे। पार्टी के ही तीनों विधायक थे, जिन पर कोई आरोप नहीं लगे। भरोसा दोहराकर संगठन ने चुनाव मजबूत किया और किसी तरह का असंतोष भी नहीं फैलने दिया। इसी तरह नोएडा सीट पर एक संगठन पदाधिकारी व एक प्रवक्ता दावेदार थे। जेवर में भी कई दावेदार टिकट के लिए थे। अब सभी दावेदारों को आगे मौके की उम्मीद है।

सीएम योगी (फाइल फोटो)