कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में अपनी सियासी धमक रखने वाले विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने इन दिनों लखनऊ और दिल्ली में डेरा डाल रखा है। यह चर्चा जोरों पर है कि भाजपा 23 जनवरी तक कोई बड़ा उलटफेर कर सकती है।
भाजपा का थिंकटैंक पूरी शिद्दत से इस रणनीति को अंजाम देने में जुटा है। यही वजह है कि पार्टी ने तीसरे चरण के प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तारीख बढ़ा दी है। पहले यह 18 या 19 जनवरी को जारी होनी थी।
इस विधानसभा चुनाव में सपा जिस तरह हमलावर है, भाजपा उसका उसी अंदाज में जवाब देने की तैयारी में है। ऐसे में पार्टी अपना हर कदम बहुत सोच-समझकर और रणनीति के तहत उठा रही है। मंगलवार को पूरे दिन इस बात की चर्चा रही कि कई पार्टियों के बड़े नेता भाजपा के संपर्क में हैं। जल्द ही इन सभी के भाजपा में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
माना जा रहा है कि इन सभी को क्षेत्र की किसी न किसी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इसमें पूर्व सांसद, पूर्व विधायकों का भी नाम शामिल है। पार्टी इस बहाने विपक्ष को जातिगत आधार पर भी घेरने की तैयारी में है। यह भी चर्चा है कि इन नेताओं से भाजपा के प्रमुख लोगों से एक दौर की चर्चा भी हो चुकी है।
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में अपनी सियासी धमक रखने वाले विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने इन दिनों लखनऊ और दिल्ली में डेरा डाल रखा है। यह चर्चा जोरों पर है कि भाजपा 23 जनवरी तक कोई बड़ा उलटफेर कर सकती है।
भाजपा का थिंकटैंक पूरी शिद्दत से इस रणनीति को अंजाम देने में जुटा है। यही वजह है कि पार्टी ने तीसरे चरण के प्रत्याशियों की सूची जारी करने की तारीख बढ़ा दी है। पहले यह 18 या 19 जनवरी को जारी होनी थी।
इस विधानसभा चुनाव में सपा जिस तरह हमलावर है, भाजपा उसका उसी अंदाज में जवाब देने की तैयारी में है। ऐसे में पार्टी अपना हर कदम बहुत सोच-समझकर और रणनीति के तहत उठा रही है। मंगलवार को पूरे दिन इस बात की चर्चा रही कि कई पार्टियों के बड़े नेता भाजपा के संपर्क में हैं। जल्द ही इन सभी के भाजपा में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
माना जा रहा है कि इन सभी को क्षेत्र की किसी न किसी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। इसमें पूर्व सांसद, पूर्व विधायकों का भी नाम शामिल है। पार्टी इस बहाने विपक्ष को जातिगत आधार पर भी घेरने की तैयारी में है। यह भी चर्चा है कि इन नेताओं से भाजपा के प्रमुख लोगों से एक दौर की चर्चा भी हो चुकी है।
More Stories
लोकसभा चुनाव 2024: श्यामिला रंग-बिरंगा मैदान से बाहर, नामांकन खारिज, जानें वजह
यूपी में गरेरे सीएम मोहन: अखिलेश यादव पर कटाक्ष, कहा- ‘गठबंधन करना ही है तो डूबते जहाज में क्यों बैठ रहे हो भैया’
लोकसभा चुनाव: आज पीएम मोदी नामांकन नामांकन, प्रशांत महासागर में कई दिग्गज नेता शामिल