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Unnao News: कानपुर बवाल के बाद उन्नाव में माहौल बिगाड़ने की कोशिश, जुमे की नमाज के बाद बाजार बंदी के पोस्टर वायरल

उन्नाव: कानपुर बवाल अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उन्नाव का माहौल बिगाड़ने की साजिश रची जाने लगी। कानपुर, बरेली के बाद अब उन्नाव में शुक्रवार को बाजार बंदी के पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जुमे के दिन बाजार बंदी के पोस्टर वायरल होने के बाद जिला और पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। कानपुर की तरह उन्नाव को भी सुलगाने की साजिश रची जा रही है। जिन स्थानों पर बाजार बंदी के पोस्टर लगे थे। उन्हें पुलिस ने फौरन हटाकर इसकी जांच शुरू कर दी है।

कानपुर की तरह ही उन्नाव में भी जुमे के दिन (10 जून) बाजार बंदी का ऐलान किया गया है। बाजार बंदी के ऐलान के बाद पुलिस-प्रशासन ऐक्शन मोड में है। उन्नाव डीएम रवींद्र कुमार ने दोनों धर्मों के धर्म गुरुओं को बुलाकर बैठक की है। गुरुओं ने जिला प्रशासन को अश्वासन दिया है कि जुमे के दिन किसी तरह की बाजार बंदी का समर्थन नहीं करते हैं। कई स्थानों पर पोस्टर मिले हैं, यह शरारती तत्वों का काम है। ऐसे लोगों को बख्सा नहीं जाएगा। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने जिला प्रशासन को मदद का अश्वासन दिया है।

क्या लिखा है वायरल पोस्टर
वायरल हुए पोस्टर में लिखा है कि उन्नाव बाजार बंदी। पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद की शान में गुस्ताखी करने के खिलाफ बाजार बंदी के लिए 10 जून की तारीख मुकर्रर की गई है। जुमा को आप अपनी दुकान और कारोबार बंद रखें। इसी तरह से कानपुर में भी बेकनगंज इलाके में बाजार बंदी के पोस्टर चस्पा किए गए थे। इसके बाद बीते 03 जून को कानपुर का माहौल बिगड़ गया था। दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए थे।

डीएम ने की धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक की
उन्नाव डीएम रवींद्र कुमार ने धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक की। डीएम के मुताबिक, दोनों धर्मों के लोगों ने आश्वासन दिया है कि किसी तहर की बंदी का समर्थन नहीं है। यदि अराजकतत्व किसी तरह का प्रयास करते हैं तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में मदद करेंगे। कुछ पोस्टर मिले हैं, यह किसी की शरारत मालूम पड़ती है। जिसकी भी शरारत होगी उसको ट्रैस किया जा रहा है। उस पोस्टर को किसी भी धर्म ने स्वीकार नहीं किया है।

प्रशासन सतर्क
डीएम ने बताया कि इस तरह का जब कोई पोस्टर या फिर पंपलेट छपता है, उसमें हम लोग जानना चाहते हैं कि यह कहां से आया है। इस संबंध में धर्म गुरुओं से बात हुई तो उन्होने इसका खंडन किया है। किसी तहर की बाजार बंदी की बात नहीं है। पूरी तरह से प्रशासन सतर्क है।