कोरोना संकट काल के बीच इस बार सभी अहम कॉन्फ्रेंस वर्चुअल तरीके से हो रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूरोपियन यूनियन और भारत के बीच होने वाली कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे. ये कॉन्फ्रेंस 15 जुलाई को आयोजित की जाएगी, जिसमें कोरोना संकट के साथ-साथ दुनिया के कई मसलों पर मंथन होगा.
जानकारी के मुताबिक, भारत-EU के बीच होने वाली ये पंद्रहवीं कॉन्फ्रेंस है. जिसमें EU की ओर से संघीय प्रमुख चार्ल्स मिचेल, EU कमिशन प्रमुख उर्सूला शामिल होंगे. भारत का प्रतिनिधित्व खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से कोरोना संकट को लेकर चर्चा होगी, जिसमें अलग-अलग देश कैसे एक साथ इस महामारी के खिलाफ लड़ सकते हैं. साथ ही कोरोना संकट के बाद बदल रहे ग्लोबल ऑर्डर पर भी बात होगी. संयुक्त राष्ट्र और विश्व ट्रेड संगठन में होने वाले बदलावों पर मंथन किया जाएगा.
गौरतलब है कि यूरोपियन यूनियन से अब ब्रिटेन अलग हो चुका है. ऐसे में ये कॉन्फ्रेंस कुछ खास होगी, जिसमें आगे के रोडमैप का पता लग पाएगा. यूरोप के कई देशों में कोरोना संकट से काफी तबाही हुई थी, लेकिन अब हालात ठीक होने लगे हैं.
फ्रांस, जर्मनी, इटली समेत कई देश अभी भी कोरोना संकट को झेल रहे हैं. गौरतलब है कि आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन में शुरू हुए इंडिया ग्लोबल वीक में संबोधन दिया. जहां भारत में निवेश के मसलों पर मंथन होगा.
इससे पहले भी कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी लगातार दुनिया के अलग-अलग देशों के प्रमुखों से बात करते आए हैं. रूस के व्लादिमीर पुतिन से लेकर अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप तक हर किसी से पीएम ने मंथन किया है.
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