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Gorakhpur News: 5000 दुकानें, 25 हजार आबादी… एक ई टॉयलेट… उस पर भी कब्जा, आखिर महिलाएं टॉयेलट के लिए कहां जाएं

हाइलाइट्स:कोई साधन नहीं होने की वजह से टॉयलेट बंद पड़ा हैशोपीस बनकर रह गया है टॉयलेटघंटाघर बड़ी संख्या में महिलाएं खरीदारी करने आती हैंप्रकाशिनी मणि त्रिपाठी, गोरखपुरसरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरी क्षेत्रों में महिलाओं और पुरुषों की सुविधा के लिए ई टॉयलेट बनाए हैं। लेकिन यह ई टॉयलेट पब्लिक के लिए अब बिल्कुल बेकार साबित हो रहे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के मार्केट का हब कहे जाने वाले घंटाघर में जहां 5000 हजार दुकानें है और प्रतिदिन 25 हजार लोगों आते-जाते हैं। वहां महिला प्रसाधन के लिए सिर्फ एक ई टॉयलेट है। हैरानी की बात है कि उसमें भी सब्जी वाले ने कब्जा किया हुआ है।पब्लिक भीड़ को देखते हुए निगम ने रखा था ई- टॉयलेटघंटाघर में छोटी सी बिंदी की दुकान से लेकर सर्राफा कारोबारियों की लगभग 5000 दुकानें हैं। जिले का सबसे पुराना और बड़ा मार्केट होने की वजह से डेली 25 हजार (महिला-पुरुष मिलाकर) लोगों का आना-जाना रहता है। भीड़ इतनी होती है कि लोग चलते नही रेंगते हैं। यही वजह है पब्लिक क्राउड को देखते हुए नगर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत महिलाओं के सुविधा के लिए ई-टॉयलेट रखे थे। लेकिन दुश्वारियां यह है कि प्रसाधन के कोई साधन नहीं होने की वजह से टॉयलेट बंद पड़ा है और अब उस पर भी सब्जी वाले ने अपना सामान रखकर कब्जा किया हुआ है। खरीददारी करने आईं प्रियंका कश्यप ने बताया कि यहां इतना क्राउड होता है कि 3 -4 घंटे मार्केट में लग जाता है। टॉयलेट की कोई सुविधा नहीं है। ई- टॉयलेट रखा गया है। लेकिन वह भी चालू नहीं होने से अब उसमें सामान रखकर बेचा जा रहा है।6 करोड़ रुपये से अधिक डेली का मार्केट का बिजनेसघंटाघर जिले का बड़ा मार्केट प्लेस है। यहां सब्जी से लेकर सर्राफा कारोबारियों की दुकानें हैं। जिसकी वजह से यहां डेली करोड़ो रुपये का बिजनेस होता है। यहां के सर्राफा कारोबारी मंडल के अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि यहां 10 हजार से अधिक महिलाएं डेली मार्केट आती हैं। जिसकी वजह से महिलाओं की भीड़ को देखते हुए ई-टॉयलेट बनाया था। लेकिन जबसे वह बना है तो उसमें ताला लगा रहा। जिसकी बाद वहां के सब्जी व्यापारी ने ताला तोड़कर अपना सब्जी रखनी शुरू कर दी है।बता दे घंटाघर एक बड़ा मार्केट होने की वजह से शहर के दूर दराज क्षेत्रों के थोक और फुटकर दुकानदार भी अपनी खरीददारी करने के लिए आते हैं। उधर, जोनल अधिकारी वैभव त्रिपाठी ने बताया कि उनके संज्ञान में नहीं है, अगर ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।