Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

गाजियाबाद: नगर निगम की बड़ी लापरवाही आई सामने, हिंडन श्मशान घाट पर शव को कुत्ते ने नोंचते रहे

तेजेश चौहान, गाजियाबादहिंडन नदी पर बने श्मशान घाट पर नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पर एक कोरोना संक्रमित के शव को कुत्ते नोंचते हुए दिखाई दिए। जैसे ही इसकी जानकारी कुछ दूरी पर बैठे परिजनों को मिली तो इस पर उन्होंने हंगामा किया। बताया जा रहा है कि यह शव सिविल कोर्ट के फोर्थ क्लास के कर्मचारी का था। श्मशान घााट पर अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन लगी हुई थी और इनके परिजनों को भी अंतिम संस्कार करने के लिए करीब 9 घंटे का इंतजार करना पड़ा। परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार के लिए लाइन में लगाया और वह कुछ दूरी पर जाकर बैठ गए। इसी दौरान वहां एक कुत्ता आया और शव को नोचना शुरू कर दिया।अंतिम संस्कार के लिए रखे शव के पाउच को कुत्ते ने नोचामिली जानकारी के अनुसार, 51 वर्षीय मोती दत्त जोशी, जोकि मूल रूप से अल्मोड़ा के रहने वाले थे। फिलहाल वह अपने परिवार के साथ गाजियाबाद के गोविंदपुरम इलाके में 101 शताब्दीपुरम में रहते थे और सिविल कोर्ट में फोर्थ क्लास के कर्मचारी थे। मोती दत्त जोशी 23 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए, जिन्हें उपचार के लिए पहले जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से उन्हें रेफर करने के बाद संतोष अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 उपचार के लिए लाया गया और 26 अप्रैल को उन्होंने दम तोड़ दिया।परिजनों ने नगर निगम के खिलाफ जताई नाराजगीमोती दत्त जोशी के पड़ोसी एवं उनके साथ के कर्मचारी त्रिलोक ने बताया कि मोती दत्त जोशी की मौत होने के बाद उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए हिंडन नदी श्मशान घाट पर लाया गया, लेकिन यहां शवों की लंबी लाइन लगी हुई थी। उन्हें भी मोती दत्त जोशी के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए करीब 9 घंटे का इंतजार करना पड़ा। उन्होंने बताया कि मोती दत्त जोशी के शव को एक किनारे रखने के बाद वह कुछ दूरी पर जाकर बैठ गए। इसी दौरान एक कुत्ता वहां पहुंचा और मोती दत्त के शव को कुत्ता नोंचने लगा। जैसे ही इसकी जानकारी उन्हें मिली तो वहां से शव हटाया गया। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में उनके परिजनों ने नगर निगम के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है, क्योंकि जिस तरह से श्मशान घाट पर अचानक भीड़ बढ़ी है तो उसके हिसाब से नगर निगम को यहां इंतजाम भी करना चाहिए था।