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Ghaziabad Oxygen Crisis: बरकरार है किल्लत, ऑक्सिजन के लिए 48 घंटे तक की वेटिंग

हाइलाइट्स:गाजियाबाद में बरकरार है ऑक्सिजन संकट, आम मरीज परेशानमरीजों को समय पर नहीं मिल पा रही है पर्याप्त ऑक्सिजन सप्लाईतमाम व्यवस्थाओं के दावे के बीच शहर में 48 घंटे तक की वेटिंगगाजियाबादगाजियाबाद जिले में ऑक्सिजन का संकट बरकरार है। पिछले तीन दिनों से होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग ऑक्सिजन के लिए भटक रहे हैं। बुधवार को प्रशासन ऑक्सिजन उपलब्ध कराने के लिए नई पॉलिसी लेकर आया, लेकिन उससे राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। जब लोग खाली सिलिंडर नगर निगम के जोनल ऑफिस लेकर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि 36 से 48 घंटे की वेटिंग चल रही है। उन्हें वेटिंग की पर्ची थमा दी गई। लोगों का कहना है कि 36 से 48 घंटे बिन ऑक्सिजन के मरीज कैसे रहेंगे? लिहाजा कई लोगों ने खाली सिलिंडर लेकर लौट गए।तीन दिन पहले प्रशासन ने नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को ऑक्सिजन सप्लाई का नोडल अधिकारी बनाया है। स्थिति में सुधार होने के बजाय और बिगड़ गई है। सोमवार, मंगलवार और बुधवार को होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों को प्रशासन ऑक्सिजन उपलब्ध नहीं करा पाया है। निगम में सुबह दस बजे से शाम 4 बजे तक ऑक्सिजन के खाली सिलिंडर जमा कराए गए। कुल 163 सिलिंडर जमा कराए गए है।नहीं मिली ऑक्सीजन, 36-48 घंटे की वेटिंगबुधवार को निगम के सभी जोनल एरिया में अलग-अलग जगह पर खाली सिलिंडर जमा करने के लिए लोगों से कहा गया था। इसी दौरान पटेल नगर से राजीव मलिक खाली सिलिंडर लेकर होली चाइल्ड के पास कम्युनिटी सेंटर पहुंचे। उनका आरोप है कि वहां उन्हें बताया गया कि ऑक्सिजन आज नहीं, बल्कि 36 से 48 घंटे बाद मिलेगी। तब तक उन्हें इंतजार करना होगा। राजीव ने कहा कि मरीज को ऑक्सिजन की जरूरत आज है। ऐसे इंतजार करना पड़ा तो मरीज ही मर जाएगा।गाजियाबाद के नहीं तो ऑक्सिजन नहींदादरी के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि उनके परिवार का एक सदस्य गाजियाबाद के ही एक अस्पताल में भर्ती है। वहां ऑक्सिजन की कमी है। वह भी सिलिंडर लेने पहुंचे थे और इसके लिए 2 दिन तक इंतजार करने के लिए भी तैयार थे। आरोप है कि निगमकर्मियों ने उनके आधार कार्ड पर दादरी का पता देखकर उन्हें लौटा दिया। उनसे कहा गया कि ऑक्सिजन का सिलिंडर सिर्फ गाजियाबाद के लोगों को मिलेगा।कोरोना के बीच गाजियाबाद में ऑक्सिजन के लिए भटकते लोग