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घनघोर अंधेरा… बाढ़ से उफनती नदी में बहती रहीं 150 जिंदगियां, गांववालों की सूझबूझ से बची जान

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में नारायणी नदी की बाढ़ में गुरुवार रात लगभग 150 लोगों के साथ नाव फंस गईलेकिन स्‍थानीय लोगों की ह‍िम्‍मत और सूझबूझ से सुबह तक सभी को बचा लिया गयारात भर चले रेस्‍क्‍यू में प्रशासन और एनडीआरएफ टीम ने भी लोगों को बाहर निकालामुकेश पटेल , कुशीनगरउत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में नारायणी नदी की बाढ़ में गुरुवार रात लगभग 150 लोगों के साथ नाव फंस गई। लेकिन स्‍थानीय लोगों की ह‍िम्‍मत और सूझबूझ से सुबह तक सभी को बचा लिया गया। प्रशासन और एनडीआरएफ टीम ने भी लोगों को रेस्‍क्‍यू करने में मदद की। घटना तमकुहीराज तहसील क्षेत्र की है जहां खेती के काम से देर शाम घर लौट रहे लगभग 150 लोगों से भरी नाव तकनीकी खराबी के कारण नदी की बीच धार में फंसकर बहने लगी। बताया जाता है कि नाव के डीजल का पाइप फट जाने से डीजल बह गया और नाव का इंजन बंद हो गया। शोर मचाकर मदद मांगी इसके बाद नाव में सवार लोगों में दहशत फैल गई।

नाव तेज धारा के साथ बहने लगी। नाव में सवार लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया जिसे सुनकर स्‍थानीय लोगों ने हिम्मत और सूझबूझ दिखाई और छोटी नावों के साहरे लोगों को किनारे लाने में जुट गए। प्रशासन और ग्रामीणों ने नाव में फंसे आधे से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू कर बाहर निकल लिया था सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने बाकी के बचे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।खेती करने गए गए थे उस पार जानकारी के मुताबिक तमकुहीराज तहसील का अमवा खास, भगवानपुर, बनरहा, संपूर्णानगर, बक्सर गाव के दक्षिण तरफ के किसान अपनी खेती देखने और करने के लिए भारी मात्रा में नदी पार कर रेता क्षेत्र में जाते हैं। वे सभी अपना काम खत्म कर शाम को वापस लौट आते हैं बाढ़ के समय में उनके आने जाने का काम नाव से चलता है।

नाव में आई थी खराबी गुरुवार शाम लगभग 7:00 बजे अपने घर के लिए वापस आ रहे नदी पार से लगभग 150 ग्रामीणों से भरी नाव नारायणी नदी को पार कर रहे थे बीच धार में आई तकनीकी खराबी के कारण नाव के इंजन का नियंत्रण खत्म हो गया। नाव पानी की धार के साथ बहने लगी जिसके बाद नाव में सवार लोग चीखने चिल्लाने लगे।तेज धारा में नाव बही 5 किलोमीटरनाव तेज धार मे बहती हुई खराबी वाले स्थान से करीब 5 किलोमीटर जाकर संपूर्णानगर के सामने नदी की धार में ही किसी तरह से रुक गई। इसके बाद गांवों के लोगों ने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए प्रशासन को सूचना दी लेकिन बिना समय गंवाए खुद ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। कुछ देर बाद प्रशासन की ओर से भी मदद पहुंची। सुबह तक सभी बचा लिए गए सूचना के बाद लगभग देर रात 2:00 बजे एनडीआरएफ की टीम पहुंची और नदी के बीच मझधार में फंसे ग्रामीणों को अपनी जान पर खेलकर सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एनडीआरएफ की टीम ने बताया कि लगभग 150 लोग फंसे हुए थे जिन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।